राजनीति में आने के बावजूद ओलम्पिक तैयारियों पर सायना का ध्यान

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर राजनीति में कदम रखने वाली स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल टोक्यो ओलंपिक खेलों की अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। सायना बुधवार (29 जनवरी) को भाजपा से जुड़ी। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता का राजनीति में प्रवेश हैरानी भरा हो सकता है, लेकिन यह उनकी ओलंपिक तैयारियों में रोड़ा नहीं बनेगा।

सायना के पिता हरवीर सिंह ने पीटीआई से कहा, ''उसे ओलंपिक की तैयारियां जारी रखनी चाहिए क्योंकि वह अलग क्षेत्र है। ईश्वर ने चाहा तो वह क्वॉलिफाई करेगी। लेकिन जब भी पार्टी को प्रचार या अन्य किसी काम के लिए उसकी सेवाओं की जरूरत पड़ेगी तो वह अपना सहयोग दे सकती है।''

उन्होंने कहा, ''ऐसा कोई कड़ा नियम नहीं है कि वह ऐसा नहीं कर सकती है। उन्होंने उसे पार्टी में शामिल किया है और अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए कहा है।'' सायना के पास हालांकि लगातार चौथे ओलंपिक में जगह बनाने के लिए अब बहुत कम समय बचा है। बीडब्ल्यूएफ ओलंपिक क्वॉलीफिकेशन नियमों के अनुसार प्रत्येक एकल वर्ग में प्रत्येक देश से केवल दो खिलाड़ी ही क्वॉलिफाई कर सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें अप्रैल के अंत में जारी होने वाली रैंकिंग में शीर्ष 16 में रहना होगा। सायना ने जनवरी 2019 में इंडोनेशिया मास्टर्स के बाद कोई टूर्नामेंट नहीं जीता है। उन्होंने जो पिछले 14 टूर्नामेंट खेले उनमें से केवल छह में पहले दौर से आगे बढ़ पाई थीं। इससे वह बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में 18वें स्थान पर खिसक गई जबकि उनकी ओलंपिक क्वॉलिफिकेशन रैंकिंग 22 है।

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