रोजर फेडरर को हराकर नोवाक जोकोविच फाइनल में

मेलबर्न, 30 जनवरी (एएफपी)
नोवाक जोकोविच ने अपने चोटिल प्रतिद्वंद्वी रोजर फेडरर की उम्मीदों पर पानी फेरकर गुरुवार को रिकार्ड आठवीं बार आस्ट्रेलियाई ओपन फाइनल में जगह बनायी और 17वें ग्रैंडस्लैम खिताब की तरफ कदम बढ़ाये। इन दोनों के बीच 50वें मुकाबले में सर्बियाई खिलाड़ी ने शुरुआत में थोड़ा ढिलायी बरती लेकिन जल्द ही दबदबा बना दिया और स्विट्जरलैंड के दिग्गज को 7-6 (7/1), 6-4, 6-3 से हराया। जोकोविच फाइनल में पांचवीं वरीयता प्राप्त डोमिनिक थीम या 7वीं रैंकिंग के जर्मन अलेक्सांद्र जेवरेव से भिड़ेंगे। फाइनल में रिकार्ड जोकोविच के पक्ष में रहा।

इससे पहले उन्होंने यहां सातों बार फाइनल में जीत दर्ज की। यही नहीं रविवार को जीत दर्ज करने पर सर्बियाई दिग्गज फिर से नंबर एक रैंकिंग पर काबिज हो जाएगा क्योंकि राफेल नडाल क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाये थे। मौजूदा चैंपियन जोकोविच ने 26वीं बार ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंचने के बाद कहा, ‘आज कोर्ट पर उतरने के लिये रोजर का आभार क्योंकि वह वास्तव में चोटिल था और यहां तक कि अच्छी तरह से मूवमेंट भी नहीं कर पा रहा था।’ जोकोविच ने कहा, ‘‘उसने पहले सेट में अच्छी शुरुआत की और मैं थोड़ा नर्वस था। मेरे लिये पहला सेट जीतना महत्वपूर्ण था। मानसिक रूप से मैं उसके बाद सहज हो गया था।’ मेलबर्न में यह चौथा अवसर है जबकि जोकोविच ने सेमीफाइनल में फेडरर को हराया। इससे पहले 2008, 2011 और 2016 में भी उन्होंने फेडरर को सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ने दिया था।

मेलबर्न में बृह्स्पतिवार को आस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में हारने के बाद रोजर फेडरर अपने आंसू न रोक सके। -एजेंसी

यहां 2018 में खिताब जीतने वाले फेडरर ग्रोइन की चोट के बावजूद कोर्ट पर उतरे थे। वह टेनिस सैंडग्रेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में चोटिल हो गये थे। उन्हें मैच से पहले अपने दायें पांव के ऊपरी हिस्से में पट्टी बांधे हुए देखा गया था और यह भी कहा जा रहा था कि वह मैच से हट सकते हैं। लेकिन यह 38 वर्षीय खिलाड़ी ऐसी प्रकृति का नहीं है। उन्होंने अपने करियर में केवल चार बार विरोधी खिलाड़ी को वाकओवर दिया है।
बोपन्ना की हार के साथ भारतीय चुनौती समाप्त
रोहन बोपन्ना और यूक्रेन की उनकी जोड़ीदार नादिया किचेनोक की बृहस्पतिवार को यहां क्वार्टर फाइनल में सीधे सेटों में हार के साथ आस्ट्रेलिया ओपन में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। भारत और यूक्रेन की जोड़ी को 47 मिनट चले एकतरफा मुकाबले में निकोला मेकटिच और बारबोरा क्रेसिकोवा की पांचवी वरीय जोड़ी के खिलाफ 0-6, 2-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी। बोपन्ना और किचेनोक की जोड़ी शुरू से ही जूझती दिखी और अपनी सर्विस बरकरार रखने में विफल रही। क्रोएशिया और चेक गणराज्य की जोड़ी ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और बिना कोई गेम गंवाए पहला सेट जीत लिया। दूसरे सेट में बोपन्ना और किचेनोक ने पहले गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन इस जोड़ी ने इसके बाद दो बार सर्विस गंवाई जिससे मेकटिच और बारबोरा की जोड़ी ने सेमीफाइनल में जगह बनाई।

मेलबर्न में बृह्स्पतिवार को आस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में सोफिया केनिन शाॅट जमाते हुए। -एजेंसी

उलटफेर के बीच मुगुरुजा और केनिन फाइनल में
गैरवरीय गार्बाइन मुगुरुजा ने दोनों सेटों में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए महिला एकल सेमीफाइनल में चौथी वरीय सिमोना हालेप को हराकर आस्ट्रेलिया ओपन के फाइनल में जगह बनाई जहां उनका सामना सोफिया केनिन से होगा। केनिन ने उलटफेर करते हुए दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी एशलेग बार्टी को हरा दिया। स्पेन की मुगुरुजा ने रोड लीवर एरेना में हालेप पर 7-6 (10/8), 7-5 की जीत के साथ पहली बार मेलबर्न में फाइनल में जगह बनाई। 26 साल की मुगुरुजा 2010 में बेल्जियम की जस्टिन हेनिन के बाद महिला एकल के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली गैरवरीय खिलाड़ी हैं। दूसरी तरफ बार्टी ने 1978 के बाद आस्ट्रेलिया ओपन में पहले आस्ट्रेलियाई विजेता की उम्मीद बढ़ा दी थी लेकिन प्रत्येक सेट में 2 सेट प्वाइंट बचाने वाली 14वीं वरीय केनिन ने उन्हें 7-6 (8/6), 7-5 से हरा दिया।

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