साई को यौन उत्पीड़न के लंबित मामले 4 सप्ताह में निपटाने का निर्देश

नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा)
खेल मंत्री कीरेन रिजिजू ने शुक्रवार को कहा कि साई संस्थानों में यौन उत्पीड़न की लंबित शिकायतों का निपटारा अगले 4 सप्ताह में किया जाएगा ताकि इस खतरे के प्रति शून्य सहिष्णुता का दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा सके। रिजिजू ने पिछले 10 वर्षों में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के 24 केंद्रों में यौन उत्पीड़न के 45 मामलों का दावा करने वाली रिपोर्ट के संदर्भ में कहा कि इस संस्था के संस्थान आम तौर पर सुरक्षित स्थल है।

रिजिजू  ने बयान में कहा, ‘साई परिसरों में यौन उत्पीड़न के लिये शून्य सहिष्णुता है। जो भी जांच चल रही है उसमें तेजी लायी जाएगी। मैंने सभी लंबित मामलों का अगले चार सप्ताह में निपटारा करने के निर्देश दिये हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यौन उत्पीड़न के मामलों से निबटने तथा लड़कों और लड़कियों दोनों वर्गों के हमारे खिलाड़ियों को सुरक्षा प्रदान करने वाली मौजूदा प्रणाली को अधिक मजबूत बनाया जाए।’
क्या कहता है खेल प्राधिकरण का रिकार्ड
साई के रिकार्ड के अनुसार 2011 से 2019 तक साई को यौन उत्पीड़न की 35 शिकायतें मिली हैं जिनमें से 13 मामलों में सजा दी गई और 15 में जांच चल रही है। 3 मामले फर्जी शिकायत के निकले जबकि 2 में आरोपी को अदालत से बरी कर दिया गया। एक आरोपी ने खुदकुशी कर ली जबकि दूसरे ने शिकायत वापस ले ली। इन 35 मामलों में से 27 कोचों के खिलाफ और 8 साई अधिकारियों के खिलाफ थे ।

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