भारत की शर्मनाक पराजय के प्रमुख कारण

अब आया गुरूर का ऊंट पहाड़ के नीचे

मुम्बई। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे इंटरनेशनल सीरीज का आगाज हो चुका है। सीरीज का पहला मैच मंगलवार (14 जनवरी) को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया और टीम इंडिया को 10 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने पूरे मैच पर दबदबा बनाए रखा और टीम इंडिया बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों समय बेबस नजर आई। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और कप्तान एरन फिंच ने भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। भारत के लिए रोहित शर्मा और शिखर धवन ने पारी का आगाज किया और मिशेल स्टार्क के पहले ओवर में रोहित ने दो चौके भी जड़े, ऐसा लगा कि श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज से मिले ब्रेक में रोहित तरोताजा होकर लौटे हैं और आक्रामक पारी खेलेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और रोहित 15 गेंद पर 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। 
1- बैटिंग ऑर्डर में बदलावः टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इस मैच में नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। विराट का नंबर-3 पर बल्लेबाजी का रिकॉर्ड देखते हुए, उनके बैटिंग ऑर्डर में बदलाव करना टीम को सबसे ज्यादा भारी पड़ा। वनडे में नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते हुए उनका औसत 63.4 का है, जो नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते हुए गिरकर 56.5 के औसत पर आ जाता है। नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने पिछली सात पारियों में 9, 4, 3* ,11, 12, 7 और 16 रनों की पारी खेली है। रोहित की गैरमौजूदगी में केएल राहुल और शिखर धवन ने टी20 सीरीज में पारी का आगाज किया था। इस मैच में रोहित की वापसी के बाद तीनों ओपनरों को पहले तीन नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजकर विराट चौथे नंबर पर आए और 14 गेंद पर 16 रन बनाकर आउट हो गए।
2- स्टार्क, कमिंस और रिचर्ड्सन का कहरः भारतीय पिचों पर तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिलती है, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और केन रिचर्ड्सन ने लगातार भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया। भारतीय बल्लेबाज इन तीनों के सामने ही असहज नजर आए। स्टार्क ने तीन जबकि कमिंस और रिचर्ड्सन ने दो-दो विकेट लिए। इन तीन तेज गेंदबाजों ने मिलकर भारत के छह विकेट लिए।
3- मिडिल ऑर्डर का फेल होनाः पिछले कुछ समय से श्रेयस अय्यर ने अपने दम पर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजी की लाज बचाए रखी थी, लेकिन इस मैच में वो महज चार रन बनाकर आउट हुए और उसके बाद बाकी खिलाड़ी भी दम तोड़ते ही नजर आए। रोहित (10), धवन (74), राहुल (47) के आउट होने के बाद विराट (16), पंत (28), रविंद्र जडेजा (25) कोई भी बड़ी पारी नहीं खेल सका और टीम इंडिया 50 ओवर से पहले ही ऑलआउट हो गई।
4- बड़ी टीम के सामने खुली पोलः 2019 विश्व कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची थी। भारत ने पूरे टूर्नामेंट में दो मैच गंवाए थे। लीग राउंड में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी, जबकि सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को हराया था। पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया नंबर-4 के बल्लेबाज की समस्या से जूझी। विश्व कप के बाद से टीम इंडिया ने जिस तरह से वनडे फॉरमैट में प्रदर्शन किया, उसे देखते हुए लगा कि टीम की सबसे बड़ी मुश्किल का हल निकल चुका है। भातर ने पिछले साल के वर्ल्ड कप के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ दो वनडे सीरीज खेली हैं और दोनों जीती। इस बीच पहली बार टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम का सामना करना पड़ा और पहले ही मैच में टीम इंडिया की सभी कमी उजागर हो गई।
5- बुमराह की फॉर्मः जसप्रीत बुमराह की वापसी का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। बुमराह ने इसी महीने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज के साथ लंबे समय बाद क्रिकेट के मैदान पर वापसी की है। बुमराह फिलहाल अपनी खोई हुई लय हासिल करने में जूझ रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान भी वो अपनी पुरानी फॉर्म में नजर नहीं आए और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में तो वो डेविड वॉर्नर और एरन फिंच को जरा भी परेशान नहीं कर सके। बुमराह टीम इंडिया के लिए काफी अहम गेंदबाज हैं और उनका लय में वापस आना टीम इंडिया के लिए बेहद अहम है।

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