मैरीकाम से भी आगे निकलीं कविता चहल

नौ नेशनल खिताब जीतने वाली पहली महिला मुक्केबाज

श्रीप्रकाश शुक्ला

रोहतक। कहते हैं यदि कुछ हासिल करने की इच्छा-शक्ति हो तो वह एक न एक दिन जरूर मिलती है। कविता चहल बेशक मैरीकाम जैसी ख्यातिनाम मुक्केबाज न हों लेकिन राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी में वह उनसे भी आगे हैं। 81 किलोग्राम भारवर्ग में अपने दमदार पंचों से वह एक-दो नहीं अब तक नौ बार राष्ट्रीय चैम्पियन होने का गौरव हासिल कर चुकी हैं। कविता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो बार विश्व चैम्पियनशिप, चार बार एशियन चैम्पियनशिप तथा चार बार एशिया कप में पदक जीत चुकी हैं। विश्व पुलिस गेम्स में भी कविता ने पदक जीते हैं।

अर्जुन अवार्डी मुक्केबाज व रोहतक पुलिस में पी.एस.आई. के पद पर तैनात मुक्केबाज कविता चहल ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए हाल ही केरल में सम्पन्न हुई राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कविता चहल भारत की पहली महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में नौ बार स्वर्ण पदक जीता है। अपनी इस शानदार सफलता से मुक्केबाज कविता चहल ने न केवल रोहतक पुलिस बल्कि हरियाणा का नाम भी राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।

पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने मुक्केबाज कविता चहल को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि पर शुभकामनाएं देते हुए शाबासी दी। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कविता चहल को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कविता चहल युवाओं खासकर लड़कियों के लिए एक रोल माडल हैं। कविता अपने परिवार व नौकरी के साथ-साथ अपने खेल पर भी ध्यान देकर लगन व कड़ी मेहनत से लगातार सफलता दर सफलता हासिल कर रही हैं।

बकौल पी.एस.आई. कविता चहल उन्होंने दो से आठ दिसम्बर तक केरल के कन्नूर में राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में हिस्सा लेते हुए स्वर्ण पदक जीता है। इस प्रतियोगिता में भारत के सभी राज्यों की महिला मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था। कविता ने 81 किलोग्राम भारवर्ग में हिस्सा लिया था। जिसमें उन्होंने अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। प्री-क्वार्टर फाइनल उसने नॉकआउट से जीता तथा क्वार्टर फाइनल में राजस्थान की मुक्केबाज को 5-0 तथा सेमीफाइनल में हिमाचल प्रदेश की मुक्केबाज को भी 5-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में कविता का मुकाबला हरियाणा की ही मुक्केबाज के साथ हुआ जिसे उसने 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। पी.एस.आई. कविता चहल मूलरूप से गांव निमड़ी जिला भिवानी की रहने वाली हैं तथा सन् 2004 से बॉक्सिंग में जौहर दिखा रही हैं। अपने उत्कृष्ट खेल के कारण ही कविता चहल हरियाणा पुलिस में 2014 में पी.एस.आई. के पद पर नियुक्त हुईं। कविता चहल के पति सुधीर खर्ब दिल्ली पुलिस में पी.एस.आई. पद पर नियुक्त हैं।

कविता की उपलब्धियां

कविता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो बार विश्व चैम्पियनशिप, चार बार एशियन चैम्पियनशिप तथा चार बार एशिया कप में पदक जीत चुकी हैं। विश्व पुलिस गेम्स में भी कविता ने पदक जीते हैं। राष्ट्रीय स्तर की बात करें तो कविता नौ बार नेशनल चैम्पियनशिप, पांच बार फेडरेशन कप तो छह बार अखिल भारतीय पुलिस गेम्स में भी मेडल से अपना गला सजा चुकी हैं।

 

रिलेटेड पोस्ट्स