दक्षिण एशियाई खेलों में भारत का जलवा

अब तक जीते 90 गोल्ड सहित 178 मेडल

काठमांडू। बैडमिंटन खिलाड़ियों की अगुआई में भारत ने फिर यहां शुक्रवार (6 दिसंबर) को 13वें दक्षिण एशियाई खेलों के पांचवें दिन 19 स्वर्ण सहित 41 पदक जीतकर शीर्ष पर स्थान मजबूत करते हुए अन्य देशों से अंतर बढ़ा दिया। भारत ने पांचवें दिन 18 रजत और चार कांस्य से अपने पदकों की कुल संख्या 165 (81 स्वर्ण, 59 रजत और 25 कांस्य) पहुंचा दी जिससे वह दूसरे स्थान पर चल रहे नेपाल (41 स्वर्ण, 27 रजत और 48 कांस्य) से काफी आगे है। नेपाल के कुल पदक 116 हैं। श्रीलंका कुल 134 पदक (23 स्वर्ण, 42 रजत और 69 कांस्य) से तीसरे स्थान पर है।

भारत के लिये शटलरों ने शुक्रवार को सबसे ज्यादा स्वर्ण (चार) पदक हासिल किये। उन्होंने स्पर्धा में दबदबा बनाते हुए चार स्वर्ण और दो रजत पदक अपने नाम किये। अश्मिता चालिहा और सिरील वर्मा ने यहां क्रमश: महिला और पुरुष एकल वर्ग के बैडमिंटन मुकाबले में स्वर्ण पदक हासिल किये। इसके साथ ही ध्रुव कपिला ने पुरुष युगल और मिश्रित युगल में स्वर्ण पदक जीत कर दोहरी सफलता हासिल की। जूनियर विश्व चैम्पियन के पूर्व उपविजेता सिरील ने फाइनल मुकाबले में पहला गेम गंवाने के बाद आर्यमान टंडन को 17-21 23-21 21-13 से हराया।

महिला एकल के फाइनल में अश्मिता ने हमवतन गायत्री गोपीचंद को करीबी मुकाबले में 21-18, 25-23 पराजित किया। ध्रुव और कृष्णा प्रसाद गारगा की युवा पुरुष एकल जोड़ी ने रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका के सचिन डियाज और बुवानेका गुणतिलखे की जोड़ी को 21-19 19-21 21-18 से हराया। मिश्रित युगल में ध्रुव और मेघना जक्काम्पुडी की जोड़ी ने दूसरी वरीयता प्राप्त श्रीलंका की सचिन डियाज और तिलिनि प्रमोदिका की जोड़ी को 21-16, 21-14 से हराया।

ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में खिलाड़ियों ने 12 पदक जीते लेकिन इसमें दो स्वर्ण शामिल रहे जो पुरुष और महिला गोला फेंक स्पर्धा में मिले। पुरुषों की गोला फेंक स्पर्धा में एशियाई चैम्पियन तेजिंदर पाल सिंह तूर ने 20.03 मीटर के थ्रो से स्वर्ण जीतकर सैग खेलों का रिकार्ड तोड़ा। उन्होंने इस तरह हमवतन बहादुर सिंह सागू के पिछले रिकार्ड (19.15 मीटर) को पीछे छोड़ा।

एक अन्य भारतीय ओम प्रकाश करहाना 17.31 मीटर के थ्रो से दूसरे स्थान पर रहे। महिला गोला फेंक स्पर्धा में आभा खातुवा ने 15.32 मीटर की दूरी से पहला स्थान हासिल किया। हमवतन कंचना चौधरी ने कांस्य पदक जीता। देश के तलवारबाजों ने भी सैग खेलों में तीन स्वर्ण और इतने ही रजत जीतकर अपनी मौजूदगी दर्ज की। वांगेलम्बाम थोईबी देवी ने महिला फोयल स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया। हमतवन राधिका प्रसाद को रजत पदक मिला।

पुरुषों की साबरे स्पर्धा में करण सिंह और कुमारेसन पद्म गिशोनिधी ने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक हासिल किये। पुरुषों की इपी स्पर्धा में सुनील कुमार ने स्वर्ण जबकि जयप्रकाश गुरुप्रकाश ने रजत पदक प्राप्त किया। टेबल टेनिस में भी भारतीयों ने पुरुष और महिला एकल में स्वर्ण और रजत पदक हासिल किये। भारतीय भारोत्तोलकों ने भी शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए तीन स्वर्ण और एक रजत पदक प्राप्त किया। साइकिलिंग स्पर्धा में भी भारतीयों ने स्वर्ण पदक खाता खोला। इलांगबम चाओबा देवी महिला एलीट रेस में शीर्ष पर रहीं। पुरुष एलीट स्पर्धा में जॉन नवीन थामस ने स्वर्ण और अरविंद पंवार ने रजत पदक हासिल किया।

भारत के दक्षिण एशियाई खेलों में 100 स्वर्ण के करीब
दक्षिण एशियाई खेलों की महाशक्ति भारत ने इन खेलों में 100 स्वर्ण पदक पूरे करने के करीब पहुंच गया है। भारत ने इन खेलों में शुक्रवार तक 9० स्वर्ण, 61 रजत और 27 कांस्य पदक जीत चुका है। भारत के 178 पदक हो गए हैं। मेजबान नेपाल 41 स्वर्ण, 27 रजत और 48 कांस्य पदक सहित 116 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है।

श्रीलंका 24 स्वर्ण, 45 रजत और 69 कांस्य पदक सहित 138 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर है जबकि पाकिस्तान 19 स्वर्ण, 25 रजत और 29 कांस्य पदक सहित 73 पदकों के साथ चौथे स्थान पर है। बंगलादेश चार स्वर्ण, 18 रजत और 51 कांस्य पदक सहित 73 पदकों के साथ पांचवें, मालदीव एक स्वर्ण और दो कांस्य सहित तीन पदकों के साथ छठे तथा भूटान छह कांस्य पदकों के साथ सातवें स्थान पर है।

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