भारत ने तीसरे दिन 15 गोल्ड समेत जीते 29 पदक

ट्रैक और फील्ड खिलाड़ियों ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों के तीसरे दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए 29 पदक और जीतकर तालिका में अपनी स्थिति बेहतर कर ली। भारत ने बुधवार को 15 स्वर्ण पदक जीते जिनमें से पांच एथलेटिक्स में थे। भारत के अब 32 स्वर्ण, 26 रजत और 13 कांस्य पदक हो गए हैं। एथलेटिक्स में भारत ने 10 पदक (पांच स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य) अपने नाम किए, जबकि छह टेबल टेनिस और ताइक्वांडो, पांच ट्रायथलन और दो खो खो में जीते। 
एथलेटिक्स स्पर्धा के पहले दिन भारतीयों का दबदबा रहा। अर्चना सुसींद्रन ने महिलाओं की 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। वहीं भारत की ही ए चंद्रलेखा तीसरे स्थान पर रही। सुरेश कुमार ने पुरुषों के 10000 मीटर वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। वहीं, लंबी कूद में लोकेश सत्यनाथन और स्वामीनाथन पहले दो स्थान पर रहे। पुरुषों के चक्काफेंक में कृपाल सिंह और गगनदीप सिंह ने पहले दो स्थान हासिल किए। महिलाओं के चक्का फेंक में नवजीत कौर ढिल्लों ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया, जबकि सुर्वी विश्वास को रजत पदक मिला। लंबी कूद में सैंड्रा बाबू को कांस्य पदक मिला। 
भारतीय पुरुष-महिला खो-खो टीमों ने जीता गोल्ड
भारतीय पुरुष और महिला खो-खो टीमों ने क्रमश: बांग्लादेश और नेपाल को हराकर स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले। वर्ष 2016 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष टीम ने बांग्लादेश को पारी और सात अंक से जीत हासिल की और उनका स्कोर 16-9 रहा। महिलाओं के फाइनल में कप्तान नसरीन ने अगुआई करते हुए पांच अंक जुटाये जबकि उनकी साथी काजल भोर ने भी पांच अंक जोड़कर अहम योगदान किया। भारत ने दोनों वर्गों में स्वर्ण जीते तो बांग्लादेश को पुरुष स्पर्धा में रजत पदक से संतोष करना पड़ा जबकि नेपाल तीसरे स्थान पर रहा। महिला वर्ग में नेपाल ने दूसरा स्थान हासिल किया जबकि बांग्लादेश ने अपना अभियान कांस्य पदक से समाप्त किया। 
ताइक्वांडो में जीते छह पदक 
भारत ने ताइक्वांडो स्पर्धा में दबदबा बनाते हुए तीन स्वर्ण सहित कुल छह पदक अपने नाम किए। लतिका भंडारी (अंडर 53 किग्रा), जरनेल सिंह (अंडर 74 किग्रा) और रूदाली बरूआ (ओवर 73 किग्रा) ने स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते। सौरव और गंगजोत ने पुरुषों की अंडर 63 किग्रा और महिलाओं की 62 किग्रा में रजत पदक प्राप्त किये जबकि चैतन्य इनामदार ने पुरुष ओवर 86 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया। 
टेबल टेनिस में मिला गोल्ड और सिल्वर
वहीं, भारत ने टेबल टेनिस प्रतियोगिता की पुरुष एवं महिला युगल स्पर्धाओं में स्वर्ण और रजत पदक जीते। पुरुष युगल फाइनल में हरमीत देसाई और एंथनी अमलराज ने हमवतन सानिल शेट्टी और सुधांशु ग्रोवर को 8-11, 11-7, 11-7, 11-5, 8-11, 12-10 से हराया। नेपाल के सांतू श्रेष्ठ और विनेश खानिया ने कांस्य पदक जीता। महिला युगल फाइनल में मधुरिका पाटकर और श्रीजा अकुला ने सुत्रिता मुखर्जी और अयहिका मुखर्जी को 2-11, 11-8, 11-8, 11-6, 5-11, 11-5 से पराजित करके खिताब जता। श्रीलंका की विशाखा मधुरंगी और हंसिनी पुलिमा ने कांस्य पदक हासिल किया। मिश्रित युगल में हरमती और सुत्रिता मुखर्जी ने अमलराज और अयहिका को 11-6, 9-11, 11-6, 11-6, 11-8 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के 8 पदक पक्के
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों में अपना दबदबा बनाये रखा और चार व्यक्तिगत , चार युगल वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश करके पदक पक्के कर लिए। शीर्ष वरीयता प्राप्त सिरिल वर्मा ने पाकिस्तान के मुराद अली को 27.12, 21.17 से हराकर एकल क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। महिला एकल में 16 बरस की गायत्री गोपीचंद ने दूसरी वरीयता प्राप्त पाकिस्तान की माहूर शाहजाद को 21.15, 21.16 से मात दी। शीर्ष वरीयता प्राप्त अश्मिता चालिहा ने पाकिस्तान की पलवाशा बशीर को 21.9 , 21.7 से परास्त किया। 
आर्यमन टंडन ने श्रीलंका के रंतुष्का करूणातिलके को 21.17, 21.17 से हराकर पुरुष एकल सेमीफाइनल में जगह बनाई। महिला युगल में कुहू गर्ग और अनुष्का पारिख और मेघना जक्कमपुडी और एस नीलाकुर्ती ने भी अंतिम चार में प्रवेश किया। मिश्रित युगल में ध्रुव कपिला और जक्कमपुडी ने श्रीलंका के करूणातिलके और काविंदी सिरिमनागे को 21.14, 26.24 से हराया। पुरुष युगल में अरुण जार्ज और संयम शुक्ला को पराजय का सामना करना पड़ा लेकिन कृष्णा गरागा और कपिला ने भारत की उम्मीदें कायम रखीं।

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