पाक को पस्त करने को तैयार भारत

मजबूत भारतीय टीम से उम्मीद है कि शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले डेविस कप मुकाबले में वह कमजोर पाकिस्तान की चुनौती आसानी से पार कर लेंगे जिसके नाटकीय परिस्थितियों के बाद तटस्थ स्थल पर आयोजित कराने का फैसला किया गया। आखिर में अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) ने इस मुकाबले को नूर-सुल्तान में कराने का फैसला किया क्योंकि उसके स्वतंत्र पंचाट ने पाकिस्तान टेनिस महासंघ की समीक्षा की अपील ठुकरा दी। इसे सुरक्षा की चिंताओं का हल निकल गया लेकिन मुकाबले को अंतिम समय में हटाना टूर्नामेंट के लिये अच्छा नहीं है।

सुमित नागल, रामकुमार रामनाथन और अनुभवी लिएंडर पेस जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की उपस्थिति से भारत के आसानी से जीतने की उम्मीद थी लेकिन पाकिस्तान के शीर्ष खिलाड़ियों जैसे ऐसाम उल हक कुरैशी और अकील खान के हटने से यह मुकाबला बिलकुल ही एकतरफा लगता है। पाकिस्तान के उन जूनियर खिलाड़ियों के लिये सीखने वाला अनुभव होगा जो इस मुकाबले में देश की चुनौती की अगुवाई करेंगे। इस मुकाबले की विजेता टीम मार्च में क्रोएशिया में होने वाले 2020 में विश्व ग्रुप क्वालीफायर में जगह बनायेगी। जीवन डेविस कप में खेलने वाले भारत के 75वें खिलाड़ी होंगे। फार्म में चल रहे नागल के पास अपनी पहली डेविस कप जीत हासिल करने का मौका है क्योंकि वह स्पेन (2016) और चीन (2018) के खिलाफ अपने दोनों एकल मैच गंवा चुके हैं। रामकुमार इस मुकाबले में दूसरे नंबर के एकल खिलाड़ी के तौर पर उतरेंगे और वह अपने जीत-हार के रिकार्ड को बेहतर कर सकते हैं। रामकुमार शुक्रवार को मोहम्मद शोएब के खिलाफ मुकाबले की शुरूआत करेंगे जो आईटीएफ फ्यूचर्स टूर्नामेंट के मुख्य ड्रा में एक भी मैच नहीं जीते हैं।
वाइटवाश की उम्मीद : रोहित राजपाल
भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल ने कहा कि वे वाइटवाश की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘पाक टीम में युवा खिलाड़ी हैं जो भारतीय टीम के खिलाफ खेलेंगे, उनके पास गंवाने के लिये कुछ नहीं है। मुझे बताया गया कि उनकी प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि वे फाइटर हैं और अंत तक लड़ेंगे। हम वाइटवाश करने की कोशिश करेंगे।’ शून्य के कम तापमान के कारण यह मुकाबला इनडोर हार्ड कोर्ट पर खेला जायेगा। अगर भारत 3-0 की अजेय बढ़त बना लेता है तब भी चौथा मुकाबला खेला जायेगा। टीमों के पास पांचवें मुकाबले को नहीं खेलने का विकल्प है।
46 वर्षीय पेस पर होगी नज़र
वहीं 46 वर्षीय पेस के लिये सबसे ज्यादा युगल जीत का अपना डेविस कप रिकार्ड बेहतर करने का मौका होगा जिसमें वह 43 जीत से शीर्ष पर हैं। यह रिकार्ड उन्होंने पिछले साल चीन के खिलाफ खेलते हुए हासिल किया था। 18 ग्रैंडस्लैम ट्राफियां हासिल कर चुके पेस डेविस कप पदार्पण कर रहे जीवन नेदुनचेझियान के साथ जोड़ी बनायेंगे।

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