इशांत शर्मा के पंजे से नहीं बच सके बांग्लादेशी, 106 पर आउट

बांग्लादेश टीम भारत के खिलाफ पहले डे-नाइट टेस्ट की पहली पारी में शुक्रवार को 106 रन पर ऑलआउट हो गई। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले जा रहे इस मैच में इशांत शर्मा ने 5 और उमेश यादव ने 3 विकेट लिए। बांग्लादेश की ओर से शादमान इस्लाम ने 29 रन की पारी खेली, जबकि लिटन दास 24 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए। इशांत शर्मा की गेंद लिटन के हेलमेट के नीचे गर्दन में लगी थी। इशांत शर्मा ने 5 और उमेश यादव ने 3 विकेट लिए। इशांत ने इमरुल कायेस (4), महमूदुल्लाह (6) और इबादल हुसैन (1) को आउट किया।

उमेश यादव ने शादमान इस्लाम को 29 रन पर साहा और मोमिनुल हक को शून्य पर रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराया। मिथुन शून्य पर बोल्ड हुए। मो. शमी ने मुश्फिकुर रहीम को शून्य पर बोल्ड किया। इससे पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना बेल बजाकर मैच की शुरुआत की थी।

विकेट के पीछे साहा के 100 शिकार पूरे
विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने शादमान का कैच पकड़ते ही टेस्ट में अपने 100 शिकार पूरे कर लिए। ऐसा करने वाले वे पांचवें भारतीय विकेटकीपर बने। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम महेंद्र सिंह धोनी का है। उन्होंने 166 पारियों में विकेट के पीछे 294 शिकार किए हैं। दूसरे नंबर पर सैयद किरमानी हैं, जिन्होंने 151 पारियों में 198 आउट किए हैं। तीसरे स्थान पर किरण मोरे (130) और नयन मोंगिया (107) चौथे स्थान पर हैं।

भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं

बांग्लादेश के कप्तान मोमिनुल हक ने कहा, ‘‘पिच सूखी और सख्त है, इसलिए हमने पहले बल्लेबाजी चुनी। टीम में दो बदलाव किए गए। तैजुल की जगह अल अमीन और मेहदी हसन की जगह नईम हसनैन को मौका दिया गया।’’ वहीं भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टीम में कोई बदलाव नहीं किया। टेस्ट इतिहास का यह 12वां और एसजी पिंक बॉल से खेले जाने वाला पहला डे-नाइट टेस्ट है। यह पहली बार सर्दियों के मौसम में खेला जा रहा है। भारत ने 2 टेस्ट की सीरीज का पहला मैच पारी और 130 रन से जीता था।

टॉस जीतते तो हम भी बल्लेबाजी चुनते: कोहली
कोहली ने कहा, ‘‘हम भी पहले बल्लेबाजी ही करते। पिच पर घास अच्छी है, लेकिन सतह ठोस है। पिंक बॉल से पहले 15 ओवर गेंदबाजों को जरूर मदद मिलेगी। ये हमारे लिए एक और मौका है, जब हम मैदान पर अपनी काबिलियत साबित करें। पिंक बॉल से जल्दी तालमेल बैठाना बड़ी चुनौती है, क्योंकि ये मैदान पर तेजी से मूव करती है। ऐसे में गेंद पर नियंत्रण रखना आसान नहीं है।’’

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