भारतीय निशानेबाजों ने आठ और पदक जीते, लेकिन ओलंपिक कोटे से चूके

भारतीय निशानेबाजों ने बुधवार (6 नवंबर) को यहां एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप के दूसरे दिन आठ पदक हासिल किए, लेकिन टोक्यो ओलंपिक के लिए दांव पर लगे कम से कम तीन कोटे से चूक गए। इस तरह भारत की पदकों की संख्या 13 हो गई है, क्योंकि निशानेबाजों ने मंगलवार को पांच पदक अपने नाम किए थे। भारत के चार स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य पदक हैं। 

केनान चेनाई पुरुष ट्रैप क्वॉलिफिकेशन में 122 अंक से दूसरे स्थान पर रहे थे, लेकिन छह पुरुषों के फाइनल में छठे स्थान पर रहे। वह फाइनल में पहले 25 शॉट में केवल 13 पर सफल निशाना लगा पाए। कुवैत, चीनी ताइपे और कतर ने तीन कोटे स्थान हासिल किए। केनान, मानवजीत सिंह संधू और पृथ्वीराज की भारतीय पुरुष ट्रैप टीम ने कुल 357 अंक के स्कोर से रजत पदक प्राप्त किया, जिससे टीम कुवैत से छह अंक से पीछे रही जिसने स्वर्ण पदक जीता। 

पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में अनीश भनवाला क्वॉलिफिकेशन में 574 के स्कोर से 11वें स्थान पर रहे। इससे उनकी इस स्पर्धा में उपलब्ध टोक्यो ओलंपिक 2020 के चार में से एक कोटा हासिल करने की उम्मीद भी टूट गई। 

वह थाईलैंड के प्रतिस्पर्धी से ओलंपिक कोटा चूके जो 10वें स्थान पर रहकर दांव पर लगे चौथे कोटे को हासिल करने में सफल रहे। स्पर्धा के अन्य कोटे जापान, कोरिया और पाकिस्तान के नाम रहे। चीन के विश्व चैम्पियन लिन जुनमिन ने स्पर्धा का स्वर्ण जीता जबकि चीन ने सभी व्यक्तिगत पदक हासिल किए। अनीश, भावेश शेखावत और आदर्श सिंह की भारतीय तिकड़ी ने 1716 अंक के संयुक्त स्कोर से टीम कांस्य पदक जीता। कोरिया ने रजत और चीन ने स्वर्ण हासिल किया। 

इसी स्पर्धा में जूनियर वर्ग में भारतीयों ने अपने सीनियर निशानेबाजों की तरह प्रदर्शन दिखाया। आयुष जिंदल, आयुष सांगवान और जपत्येश जसपाल ने टीम स्पर्धा का कांसा प्राप्त किया। भारत ने जूनियर पुरुष और महिला 50 मीटर राइफल प्रोन प्रतियोगिता में दो स्वर्ण, रजत और दो कांस्य पदक जीते। नीरज कुमार, आबिद अली खान और हर्षराजसिंहजी गोहली ने 1845 अंक से चीन और कोरिया से आगे रहते हुए स्वर्ण पदक जीता। 

नीरज ने अपने 616.3 अंक के प्रयास से व्यक्तिगत रजत और आबिद ने 614.4 अंक के स्कोर से कांस्य पदक प्राप्त किया। निश्चल, भक्ति खामकर और किनोरी कोनार ने 1836.3 अंक के कुल स्कोर से जूनियर महिला प्रोन टीम ने स्वर्ण हासिल किया। चीन और कोरिया दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। निश्चल और भक्ति ने क्रमश: व्यक्तिगत रजत और कांस्य भी प्राप्त किए।

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