शिव थापा समेत 6 बॉक्सर सेमीफाइनल में

भारत के स्टार मुक्केबाज और चार बार के एशियाई चैंपियन शिव थापा (63 किग्रा) ने मंगलवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जीत दर्ज करके ओलंपिक परीक्षण प्रतियोगिता में अपना पदक पक्का किया जबकि छह अन्य भारतीयों ने रिंग में उतरे बिना ही सेमीफाइनल में जगह बनायी।
थापा ने स्थानीय मुक्केबाज युकी हिराकावा को 5-0 से हराया। असम के इस मुक्केबाज ने इस महीने के शुरू में अपना तीसरा राष्ट्रीय खिताब जीता था। सेमीफाइनल में बुधवार को उनका सामना जापान के ही देसुके नारिमात्सु से होगा। नारिमात्सु को पहले दौर में बाई मिली थी। निकहत जरीन (51 किग्रा) सहित छह भारतीयों का रिंग में उतरे बिना ही पदक पक्का हो गया। इन सभी को बाई मिली।
जरीन के अलावा सुमित सांगवान (91 किग्रा), आशीष (69 किग्रा), वनालिम्पुइया (75 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) ने सेमीफाइनल में जगह बनायी। इस महीने के शुरू में राष्ट्रीय खिताब जीतने वाले सांगवान का सामना कजाखस्तान के एबेक ओरलबे से होगा जबकि जरीन जापान की साना कवानो से भिड़ेगी। जरीन हाल में एम सी मेरीकोम से ट्रायल मुकाबला करवाने को लेकर चर्चा में रही थी।
एशियाई खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता पूजा रानी का सामना ब्राजील की बीटरिज सोरेस से होगा। रानी ने इस साल के शुरू में एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।

ओलंपिक मुक्केबाजी ट्रायल्स में होगा नयी स्कोरिंग प्रणाली का प्रयोग
ओलंपिक मुक्केबाजी के अधिकारी 2020 खेलों के ट्रायल में नयी स्कोरिंग प्रणाली का प्रयोग करेंगे जिससे विवादों से जूझ रहे इस खेल की ‘विश्वसनीयता’ फिर से हासिल की जा सके। नयी प्रणाली में जजों के अंकों को वास्तविक समय में स्क्रीन पर दर्शाया जाएगा। टोक्यो 2020 में मुक्केबाजी स्पर्धा का आयोजन रयोगोकु कोकुगिकान सुमो स्टेडियम में होगा। इसका परीक्षण इस स्टेडियम में होने वाले ट्रायल मैचों
को होगा।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने एआईबीए से ओलंपिक के क्वालीफाइंग स्पर्धा के आयोजन करने का अधिकार वापस ले लिया था और इसके लिए एक विशेष कार्य दल का गठन किया था। इससे पहले 2016 रियो ओलंपिक में मुक्केबाजी के स्कोरिंग में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगा था। इस कार्य दल की अगुवायी करने वाले जापान ओलंपिक समिति के अधिकारी मोरिनारी वतानाबे ने मंगलवार को कहा, ‘मुक्केबाजी ओलंपिक से बाहर होने के कगार पर है। हमें फिर से इसके भरोसे को कायम करना है। यह हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। नयी प्रणाली के तहत मुक्केबाज के वार करते ही जजों को एक बटन दबाना होगा और उनके फैसले तुरंत एक स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इस त्वरित प्रतिक्रिया से निर्णय में स्पष्टता आयेगी।’

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