मेजर ध्यानचंद को मरणोपरांत लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

अशोक ध्यानचंद ने ग्रहण किया अपने पिता का सम्मान

नई दिल्ली। रविवार 20 अक्टूबर को नई दिल्ली के भारतीय संविधान क्लब में हुए गरिमामय समारोह में भारतीय खेल पुरस्कार समिति द्वारा देश की प्रमुख खेल शख्सियतों को उनकी विशेष खेल उपलब्धियों के लिए विभिन्न अवार्ड सम्मानित किया गया। समारोह में हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को मरणोपरांत लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। यह अवार्ड उनके पुत्र अशोक ध्यानचंद ने भारतीय ओलम्पिक महासंघ के उपाध्यक्ष कुलदीप वत्स तथा भारतीय जनता पार्टी की मंत्री और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पूजा कपिल मिश्रा के करकमलों से ग्रहण किया।

भारतीय खेल पुरस्कार समिति द्वारा कालजयी दद्दा ध्यानचंद तथा उनके पुत्र अशोक ध्यानचंद को हाकी में इनके करिश्माई प्रदर्शन के लिए इन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। समारोह में हाकी प्रशिक्षक परमजीत सिंह, अर्जुन अवार्डी पहलवान वीरेन्द्र सिंह, अर्जुन अवार्डी एथलीट खुशबीर कौर, एथलीट मैरी पी. फ्रांसिस तथा राष्ट्रीय खेल समीक्षक वरिष्ठ पत्रकार श्रीप्रकाश शुक्ला को भी लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किए गए। श्री शुक्ला तीन दशक से भी अधिक समय से खेल पत्रकारिता के क्षेत्र में खिलाड़ियों के ज्वलंत मुद्दों पर लिख रहे हैं। समारोह में उनकी पुस्तक भारतीय खिलाड़ी बेटियां की हर किसी ने सराहना की।

भाजपा की राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पूजा मिश्रा ने भारतीय खेल पुरस्कार समिति के निदेशक भारत गौरव सुशील कुमार की प्रशंसा की और कहा कि हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद व उनके बेटे अशोक ध्यानचंद किसी सम्मान से परे हैं। मैं आज अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। भारतीय ओलम्पिक महासंघ के उपाध्यक्ष कुलदीप वत्स ने अपने सम्बोधन में कहा कि हर सम्मान का अपना महत्व है। सम्मान खिलाड़ी को आगे बढ़ने में मददगार होता है। मैं आज अशोक ध्यानचंद को अपने बीच पाकर बेहद खुश महसूस कर रहा हूं।

अर्जुन अवार्डी और भारत में हाकी की पहचान अशोक ध्यानचंद ने कहा कि खिलाड़ी बनना आसान बात नहीं है। खेल एक तरह की साधना है, जिसके अंदर उत्साह और मेहनत करने का जुनून होगा वही एक सफल खिलाड़ी बन सकता है। श्री अशोक कुमार ने कहा कि भारतीय खेल पुरस्कार समिति एक बड़े मंच से खिलाड़ियों के प्रोत्साहन का जो नेक कार्य कर रही है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डा. राणा सिंह (कुलपति संस्कृति यूनिवर्सिटी) ने सम्मानित खेल शख्सियतों को अनंत शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मानव के सर्वांगीण विकास के लिए उसका खेलों में शिरकत करना बेहद जरूरी है।

 

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