हरियाणा के अमित पंघाल, मनीष कौशिक पदक के साथ ओलंपिक क्वालीफायर टीम में

हरियाणा के अमित पंघाल (52 किग्रा) और मनीष कौशिक (63 किग्रा) ने यहां चल रही विश्व चैम्पियनशिप में पदक दौर में पहुंचकर अगले साल होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के लिये भारतीय टीम में स्थान सुनिश्चित किया। पंघाल और कौशिक सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं जिससे उनका एक पदक पक्का हो गया है। पहली बार भारत का एक से ज्यादा मुक्केबाज पदक दौर में पहुंचा है। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने स्पष्ट कर दिया था कि जो मुक्केबाज विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतेगा, उसे चीन में फरवरी में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के लिये स्वत: ही चुन लिया जायेगा। भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफोरमेंस निदेशक सांटियागो निएवा ने पीटीआई से कहा, ‘‘हां, अमित और मनीष क्वालीफायर के लिये जायेंगे। अब उनके वजन वर्ग में कोई ट्रायल नहीं होंगे।’ बाकी टीम का चयन शिविर में प्रदर्शन, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जुटाये गये अंकों और कुछ मामलों में ट्रायल द्वारा किया जायेगा। निएवा ने कहा, ‘अब कठिन काम शुरू होगा। हमने पहले ही पदक की संख्या में बेहतर कर दिया है और अब उनके रंग को बेहतर करना चाहेंगे।’
इतिहास रचने की दहलीज़ पर
अमित पंघाल (52 किग्रा) और मनीष कौशिक (63 किग्रा) शुक्रवार को जब फाइनल में जगह बनाने के लिये विश्व पुरूष मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में कड़े प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ रिंग में उतरेंगे तो भारत को इस प्रतियोगिता में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद लगी होगी। भारत के दो मुक्केबाज कभी भी सेमीफाइनल तक नहीं पहुंचे थे, इस लिहाज से देखा जाये तो हरियाणा के दोनों मुक्केबाजों ने इतिहास रच ही दिया है। लेकिन अगर दोनों या फिर इनमें से कोई एक फाइनल में पहुंच जाता है तो यह देश का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा। रोहतक के पंघाल कजाखस्तान के साकेन बिबोसिनोव से भिड़ेंगे। कौशिक का सामना उनके वजन वर्ग के सबसे मशहूर और क्यूबा के शीर्ष वरीय एंडी गोमेज क्रूज से होगा। मुख्य कोच सी ए कुटप्पा ने कहा, ‘मैं खुश हूं लेकिन जब तक दोनों फाइनल तक नहीं पहुंच जाते, तब तक पूरी तरह खुश नहीं होऊंगा।’ इससे पहले देश ने विश्व चैम्पियनशिप में 4 कांस्य पदक जीते हैं।

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