पाकिस्तान हो या कोई भी टीम, हमें सर्वश्रेष्ठ करना होगा: मनप्रीत सिंह

खेलपथ प्रतिनिधि
भारतीय हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा है कि ओलंपिक क्वॉलीफायर टूर्नामेंट में उनके सामने पाकिस्तान हो या कोई भी टीम, उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। भारतीय शिविर में शामिल मनप्रीत ने कहा कि ओलंपिक क्वॉलीफायर टूर्नामेंट का ड्रॉ कुछ भी निकले भारत अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा, मौजूदा समय में हम किसी भी टीम को कम नहीं आंक सकते। यह तो ड्रॉ के समय ही पता चलेगा कि क्वॉलीफायर में हमारी विपक्षी टीम कौन सी होगी। हमारे सामने टीम कोई भी रहे हमें जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा।  
कप्तान मनप्रीत और अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश समेत कुछ सीनियर खिलाड़ियों को हाल में जापान में हुए हॉकी टेस्ट इवेंट से विश्राम दिया गया था। भारत ने ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में चार देशों का यह टेस्ट इवेंट जीता था। इसी जगह अगले साल टोक्यो ओलंपिक के हॉकी मुकाबले होने हैं। जापान में ओलंपिक टेस्ट इवेंट जीत चुकी भारतीय पुरुष टीम को अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के क्वॉलीफायर टूर्नामेंट में किस टीम से भिड़ना है, इसका फैसला नौ सितंबर को स्विटजरलैंड के लुसाने में होने वाले ड्रा से होगा।
ओलंपिक क्वॉलीफायर में दो टीमें आपस में एक के बाद एक दो मैच खेलेंगी। इन टीमों को आठ सितंबर की विश्व रैंकिंग के आधार पर तय किया जाएगा। मैचों की मेजबानी दो भिड़ने वाली टीमों में सर्वाधिक रैंक वाली टीम करेगी। एफआईएच के अनुसार मेजबान पुरुष टीमों में ऑस्ट्रेलिया, हालैंड, भारत, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, न्यूजीलैंड और कनाडा को एक से आठ तक की रैंकिंग पर रखा गया है।
पुरुष वर्ग में बाहरी टीमों में मलेशिया, फ्रांस, आयरलैंड, कोरिया, पाकिस्तान, ऑस्ट्रिया और मिस्त्र को नौ से 15 तक की रैंकिंग में रखा गया है। क्वालीफायर टूर्नामेंट का जब ड्रॉ निकाला जाएगा तो पहली, दूसरी और तीसरी रैंकिंग की टीमों को 12वीं, 13वीं और 14वीं रैंकिंग की टीमों में से किसी एक से भिड़ना पड़ सकता है। भारतीय पुरुष टीम का मुकाबला कोरिया, पाकिस्तान या ऑस्ट्रिया में से किसी एक से हो सकता है। यदि भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होता है तो उसे यह मैच किसी यूरोपीय देश में खेलने पड़ेंगे। इस बारे में पूछे जाने पर मनप्रीत ने कहा, “हमारा ध्यान सिर्फ अपने खेल को सुधारने पर लगा हुआ है और जो भी कमियां हैं हम उस पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हम इस बात को लेकर चिंतित नहीं है कि हमारा प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान होगा या कोई अन्य टीम हमें अपना काम करना होगा और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना होगा।” टेस्ट इवेंट को एक अच्छी तैयारी बताते हुए मनप्रीत ने कहा, “मैं इस टूर्नामेंट में नहीं खेल पाया था, लेकिन बाकी खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और खिताब जीता। हमें अंदाजा हो गया कि अगले साल ओलंपिक में यह स्टेडियम कैसा रहेगा और उस समय मौसम के हालात कैसे रहेंगे।”
अपनी तैयारियों को लेकर कप्तान ने कहा, हम अपने डिफेंस को मजबूत करने पर काम कर रहे हैं ताकि विपक्षी टीम को हमारे सर्कल में घुसने के ज्यादा मौके ना मिल सकें और जब हम विपक्षी सर्कल में घुसे तो वहां से पेनल्टी कार्नर या गोल कुछ भी हासिल करके ही लौटें। उन्होंने विश्वास जताया कि भारतीय टीम टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलीफाई करेगी और ओलंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने साथ ही कहा कि टीम जकार्ता एशियाई खेलों की खराब यादों को पीछे छोड़ चुकी और उसका ध्यान अब सिर्फ आगे के टूर्नामेंटों पर लगा हुआ है।

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