हरियाणा की अंजली ने कटाया दोहा का टिकट

अमेठी की फूलन पाल ने जीता सोना
राष्ट्रीय अंतरराज्यीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तीसरे दिन गुरुवार को सबकी नजरें हरियाणा की अंजली पर थीं। उन्होंने पिछले साल सितम्बर में भुवनेश्वर में हुई ओपन राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 51.79 सेकंड के समय के साथ विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। गुरुवार को वह फिर अरसे बाद ट्रैक पर थीं। उन्होंने सबकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए शानदार फर्राटा भर और अपने जीवन की सबसे उम्दा दौड़ लगाते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 51.53 सेकेंड का समय निकालकर एक बार फिर विश्व चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग मार्क 51.80 सेकंड से बढ़िया समय निकाला पर वह प्रतियोगिता का कीर्तिमान ध्वस्त करने में सफल नहीं हो पाईं।
ट्रैक की सबसे लम्बी 10000 मीटर दौड़ में उत्तर प्रदेश की धाविकाओं का दबदबा रहा। स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतने वाली सभी धाविकाएं उत्तर प्रदेश की रहीं लेकिन स्वर्ण पदक जीतने वाली अमेठी की फूलन पाल ही उत्तर प्रदेश की तरफ से दौड़ीं वहीं रजत पदक जीतने वाली बाराबंकी के दुरहदेपुर की कविता ने कर्नाटक की तरफ से दौड़ लगाई। कांस्य पदक जीतने वाली मेरठ की किरन महाराष्ट्र की तरफ से दौड़ीं। तीसरे दिन उत्तर प्रदेश के अर्जुन कुमार ने 10000 मीटर दौड़ में उत्तर प्रदेश को रजत पदक जीतकर दिलाया।
पीएसी की 35वीं वाहिनी के एथलेटिक्स स्टेडियम में हो रही इस चैंपियनशिप का आकर्षण 110 मीटर बाधा दौड़ के राष्ट्रीय रिकार्डधारी सिद्धांत थिगांल्या का प्रतियोगिता रिकार्ड बनाना, हरियाणा की अंजली का एक बार फिर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करना रहा वहीं ईरान के बेहनम सिरी ने डिस्कस थ्रो का स्वर्ण अपने नाम किया। महिलाओं की 10000 मीटर दौड़ में गर्मी के कारण कई एथलीटों ने रेस छोड़ दी। संभावित चैंपियन तमिलनाडु की एल. सूरिया दौड़ में नहीं उतरीं। इसका फायदा उठाते हुए उत्तर प्रदेश की फूलन पाल ने 37 मिनट 99.52 सेकंड समय लेकर स्वर्ण पदक जीता वहीं कर्नाटक की तरफ से खेल रही उत्तर प्रदेश की कविता यादव ने 37 मिनट 03.16 सेकंड का समय दर्ज कर रजत पदक जीता। कांस्य पदक जीतने वाली किरन सहदेव ने 37 मिनट 10.50 सेकंड समय निकाला।

पुरुषों में अमेठी के रहने वाले अर्जुन कुमार ने 30.55.41 सेकेंड में 10000 मीटर की दौड़ पूरी कर स्वर्ण पदक जीता। इस दौड़ का स्वर्ण पदक केरल के गोपी थोंकानल ने जीता। मैराथन विशेषज्ञ केरल के गोपी थोंकानल ने भारी उमस के बीच उम्दा प्रदर्शन करते हुए इस दौड़ में 30 मिनट 52.75 सेकंड का समय निकाला। गोपी मार्च में दक्षिण कोरिया में मैराथन दौड़ में विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश के अर्जुन रहे।
सिद्धांत ने बनाया प्रतियोगिता रिकार्ड
वहीं विदेश में ट्रेनिंग करने वाले हर्डलर एएफआई-ए की तरफ से खेल रहे सिद्धांत थिंगाल्या ने 110 मीटर बाधा दौड़  की हीट में 13.65 सेकंड का समय निकालकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। यह प्रतियोगिता का नया कीर्तिमान है। इससे पहले इस इवेंट का रिकार्ड 13.76 सेकंड सिद्धांत के ही नाम था। यह उन्होंने 2017 गुंटूर में बनाया था। सिद्धांत ने बताया कि वह शुक्रवार को अपने ही राष्ट्रीय कीर्तिमान को सुधारेंगे।
महिलाओं के जैवलिन थ्रो में हरियाणा की शर्मिला ने राष्ट्रीय चैंपियन अनुरानी की गैर मौजूदगी में 54.58 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। वहीं महिलाओं के पोलवाल्ट में केरल की जम्परों ने स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर क्लीन स्वीप किया। 3.80 मीटर की जम्प के साथ कृष्णा रचन ने स्वर्ण पदक जीता। ऊंची कूद में 2.23 मीटर की छलांग लगाकर महाराष्ट्र के सर्वेश कुसहरे ने स्वर्ण पदक जीता। जबकि 2.21 मीटर की ऊंचाई नापने वाले केलर के जियो को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 
मेहमान देश ईरान ने अपने देश के पारम्परिक इवेंट डिस्कस थ्रो में उम्दा प्रदर्शन करते हुए 57.82 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। पंजाब के कृपाल सिंह को 57.67 मीटर थ्रो के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। विश्व यूनिवर्सिटी खेल में स्वर्ण पदक जीतने वाली दुती चंद ने 100 मीटर की दौड़ में 11.34 सेकंड समय के साथ फाइनल के लिए आसानी से क्वालीफाई कर लिया। 

रिलेटेड पोस्ट्स