टोक्यो में भारत के दिव्यांग खिलाड़ी जीतेंगे 10 से अधिक पदक

टोक्यो पैरालम्पिक में 22 खेलों में होंगी 540 स्पर्धाएं
जापान के टोक्यो में 2020 में ओलंपिक खेलों के बाद होने वाले पैरालंपिक का काउंट डाउन शुरू हो गया है और भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में दोहरी पदक संख्या का लक्ष्य रखा है। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) ने टोक्यो पैरालंपिक के काउंट डाउन के मौके पर रविवार को राजधानी में एक समारोह रखा, जिसमें पीसीआई ने अपने कई पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित पैरा एथलीट देवेंद्र झाझरिया और 29 अगस्त को खेल रत्न से सम्मानित होने जा रही दीपा मलिक मौजूद थीं।

भारत ने 2016 के पिछले रियो पैरालंपिक में दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य सहित चार पदक जीते थे। पीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष गुरशरण सिंह ने इस मौके पर कहा, आज से ठीक एक साल बाद 25 अगस्त 2020 को टोक्यो में पैरालंपिक शुरु होंगे। टोक्यो पैरालंपिक का काउंटडाउन शुरु हो चुका है और हमने टोक्यो में रियो से ज्यादा दोहरी पदक संख्या का लक्ष्य रखा है। गुरशरण ने कहा, भारत ने पहली बार पैरालंपिक में 1968 में हिस्सा लिया था। भारत उसके बाद से अब तक पैरालंपिक में कुल 11 पदक जीत चुका है। लेकिन हम टोक्यो में एक ही पैरालंपिक में 11 से ज्यादा पदक जीतने का लक्ष्य रखकर चल रहे हैं। हमारे पैरा एथलीट कड़ी मेहनत कर रहे हैं और खिलाड़ियों को किसी चीज की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।

पीसीआई के अध्यक्ष ने बताया कि स्विट्जरलैंड के बासेल में विश्व पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत अबतक 12 पदक जीत चुका है जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा, “हमारे जूनियर एथलीटों ने हाल में स्विट्जरलैंड में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में काफी शानदार प्रदर्शन किया था और 11 स्वर्ण सहित 25 पदक जीते थे तथा भारत 43 देशों के बीच पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था।” 

टोक्यो पैरालंपिक के लिए भारतीय दल की संख्या के बारे में पूछे जाने पर गुरशरण ने कहा, “पैरालंपिक के लिए अगले साल एक अप्रैल तक क्वॉलिफायर चलेंगे उसके बाद ही कोई संख्या स्पष्ट हो पाएगी। रियो में हमारे 19 पैरा एथलीट उतरे थे लेकिन टोक्यो में हमें 40-45 एथलीटों का दल उतारने की उम्मीद है।”
गुरशरण ने कहा कि टोक्यो में पैरा एथलेटिक्स, निशानेबाजी, बैडमिंटन और तीरंदाजी में भारतीय खिलाड़ियों से पदक जीतने की पूरी उम्मीद है। इस अवसर पर मौजूद झाझरिया ने बताया कि वह सीनियर विश्व चैंपियनशिप का क्वॉलिफिकेशन हासिल करने सोमवार को पेरिस रवाना हो रहे हैं जबकि विश्व रिकॉर्डधारी भाला फेंक एथलीट संदीप चौधरी ने कहा कि रियो में चौथे स्थान पर आने के बाद से ही उन्होंने टोक्यो के लिए अपनी तैयारी शुरु कर दी थी।

समारोह में दीपा और झाझरिया दोनों की ही सम्मानित किया गया। विश्व जूनियर पैरा एथलेटिक्स के पदक विजेताओं को भी गुरशरण और पीसीआई के महासचिव जे चंद्रशेखर ने सम्मानित किया। झाझरिया पैरालंपिक में दो बार के स्वर्ण पदक विजेता हैं जबकि खेल रत्न बनने जा रही दीपा मलिक ने पिछले रियो पैरालंपिक में रजत पदक जीता था। 
इस बीच एशियाई पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष माजिद राशिद ने चीन में कहा कि टोक्यो पैरालंपिक नए रिकॉर्ड बनाएंगे और यह पैरालंपिक के इतिहास में सबसे बड़े खेल होंगे। टोक्यो पैरालम्पिक में 22 खेलों में 540 स्पर्धाओं का आयोजन होगा जिसमें 160 देशों के 4400 एथलीट हिस्सा लेंगे। 

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