भारतीय पुरुष और महिला हाकी टीम ने जीता ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट

भारतीय पुरूष हाकी टीम ने न्यूज़ीलैंड और महिला हाकी टीम ने जापान को हराकर ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट के फाइनल में जीत हासिल की। भारतीय पुरूष हाकी टीम ने राउंड राबिन चरण में मिली हार का बदला चुकता करते हुए न्यूजीलैंड को फाइनल में 5-0 से रौंदकर ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट जीत लिया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह (7वां मिनट) ने पहला गोल किया जबकि शमशेर सिंह (18वां), नीलाकांता शर्मा (22वां), गुरसाहिबजीत सिंह (26वां) और मनदीप सिंह (27वां) ने बाकी गोल दागे। भारत को राउंड राबिन चरण में न्यूजीलैंड ने 1-2 से हराया था। कप्तान हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा,‘हमने अच्छा खेला। हम शुरूआत में ही मौके बनाने में कामयाब रहे।’ उन्होंने कहा,‘ फाइनल कठिन होता ही है और न्यूजीलेंड ने तो हमें लीग मैच में हराया था। हमने अभ्यास सत्रों में अपनी गलतियों को सुधारने पर काफी मेहनत की।’ दोनों टीमों ने संभलकर खेलना शुरू किया । भारत को 7वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला जिस पर गोल नहीं हो सका लेकिन कप्तान हरमनप्रीत ने उसी मिनट मिले दूसरे पेनल्टी कार्नर पर गोल करके टीम को बढ़त दिलाई । भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर में 1-0 की बढत कायम रही। शमशेर ने 18वें मिनट में भारत के लिये दूसरा गोल पेनल्टी कार्नर पर दागा। न्यूजीलैंड की टीम दूसरे क्वार्टर में दो बार सर्कल में घुसने में कामयाब रही जबकि भारत ने तीन और गोल दाग दिये। नीलाकांता ने 22वें मिनट में तीसरा गोल किया। इसके बाद गुरसाहिबजीत सिंह और मनदीप ने लगातार गोल दागे। वहं भारतीय महिला हाकी टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बुधवार को यहां मेजबान जापान को एक संघर्षपूर्ण मैच में 2-1 से हराकर ओलंपिक टेस्ट प्रतियोगिता का खिताब जीता। ओआई हाकी स्टेडियम में विश्व में दसवें नंबर की भारतीय टीम की तरफ से नवजोत कौर ने 11वें लालरेमसियामी ने 33वें मिनट में गोल किये। जापान की तरफ से एकमात्र गोल मिनामी शिमिजु ने 12वें मिनट में किया। पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने आक्रामक रवैया अपनाया। पहले दस मिनट में भारत का दबदबा रहा और उसे 11वें मिनट में इसका फायदा भी मिला जब एक बेहतरीन मूव पर नवजोत गोल करने में सफल रही। भारत की खुशी हालांकि ज्यादा देर तक नहीं रही और जापान ने जवाबी हमला करके अगले मिनट में गोल दागकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। मध्यांतर तक स्कोर 1-1 से बराबरी पर ही रहा। मध्यांतर के बाद भारत ने आक्रामक तेवर अपनाये और उसने 33वें मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल किया। भारतीय ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर का शाट जापानी गोलकीपर मेगुमी कागेयामा ने बचा दिया लेकिन युवा फारवर्ड लालरेमसियामी रिबाउंड पर गोल करने में सफल रही। जापान को भी 42वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन भारतीय रक्षकों ने उसका बचाव करके भारतीय बढ़त बरकरार रखी। भारत को 45वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन इस पर वह गोल नहीं कर पाया। भारत आखिरी क्वार्टर में गोल बचाने की कवायद में जुट गया और इसमें वह सफल भी रहा। जापान को आखिरी क्षणों में लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन भारतीय गोलकीपर सविता ने दोनों अवसरों पर अच्छा बचाव किया।

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