बजरंग के साथ दीपा मलिक को भी मिलेगा खेल रत्न

पैरापलंपिक में रजत पदक विजेता दीपा मलिक को एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन पहलवान बजरंग पूनिया के साथ शनिवार को देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिये नामित किया गया। रियो पैरालंपिक के गोला फेंक में एफ53 वर्ग में रजत पदक जीतने वाली 48 वर्षीय दीपा का नाम 12 सदस्यीय समिति ने 2 दिवसीय बैठक के दूसरे दिन खेल रत्न पुरस्कार के लिये जोड़ा।
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मुकुंदकम शर्मा की अगुवाई वाली समिति ने विश्व में 65 किग्रा में नंबर एक पूनिया को शुक्रवार को ही खेल रत्न के लिये चुन लिया था।  6 बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता एमसी मेरीकोम ने हितों के टकराव से बचने के लिये बैठक में हिस्सा नहीं लिया। उनके निजी कोच छोटेलाल यादव द्रोणाचार्य पुरस्कार की दौड़ में शामिल थे।

पुरस्कार की दौड़ में हैं कोच तो मेरीकाम ने समिति से खुद को अलग किया

चैम्पियन मुक्केबाज एमसी मेरीकाम ने हितों के टकराव के कारण ने खुद को द्रोणाचार्य पुरस्कार चयन समिति की शनिवार को हुई बैठक से अलग कर लिया। उनके कोच छोटेलाल यादव इस पुरस्कार की दौड़ में है। चयन पैनल में 6 बार की विश्व चैम्पियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता के शामिल होने से सवाल उठ रहे थे क्योंकि पुरस्कार के दावेदारों में उनके कोच भी शामिल थे। मेरीकाम ने हालांकि खुद को चयन प्रक्रिया से अलग करने का फैसला किया। इस चयनसमिति में मेरीकाम के अलावा पूर्व फुटबालर बाइचुंग भूटिया, लंबी कूद की पूर्व धावक अंजू बॉबी जॉर्ज, महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा और टेबल टेनिस टीम के कोच कमलेश मेहता शामिल थे।

पुरस्कार दिलाने वालों से पहचान होनी चाहिए : प्रणय

अर्जुन पुरस्कार पाने वाली की सूची में नाम नहीं आने से निराश भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने आरोप लगया कि पुरस्कारों के लिए ऐसे लोगों से पहचान जरूरी है जो नामांकन को मैदान के प्रदर्शन से ज्यादा तव्वजों दिला सके। प्रणय की तरह देश का प्रतिनिधित्व करने वाले बी साई प्रणीत को अर्जुन पुरस्कारों के लिए चुना गया है जबकि भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) द्वारा भेजे गये प्रणय और युगल विशेषज्ञ मनु अत्री के नाम को 12 सदस्यीय चयन समिति ने ज्यादा तव्वजो नहीं दी। प्रणय ने ट्वीट किया, ‘अगर आप पुरस्कारों चाहते हैं तो सुनिश्चित करें कि आपके साथ ऐसे लोग हों जो सूची में आपका नाम डलवा सके।’ हमारे देश में प्रदर्शन को सबसे कम तवज्जो मिलती है। देश के लिए यह दुख की बात है लेकिन आप कुछ नहीं कर सकते है। यह सब छोड़कर जब तक आप खेल सकते है खेलें।’

अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गये खिलाड़ी 
समिति ने 19 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार के लिये भी चुना है जिसमें क्रिकेटर रविंद्र जडेजा और पूनम यादव, ट्रैक एवं फील्ड के एथलीट तेजिंदर पाल सिंह तूर, मोहम्मद अनस और स्वप्ना बर्मन, फुटबालर गुरप्रीत सिंह संधू, हाकी खिलाड़ी चिंगलेनसना सिंह कांगुजाम और निशानेबाज अंजुम मुदगिल शामिल हैं।

पिछले 4 वर्षों में अच्छा प्रदर्शन जरूरी
दिशानिर्देशों के अनुसार पुरस्कार की पात्रता के लिये एक खिलाड़ी का पुरस्कार वाले वर्ष में बेहतरीन प्रदर्शन के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पिछले 4 वर्षों में लगातार अच्छा प्रदर्शन होना जरूरी है। इसके साथ ही उसमें नेतृत्वक्षमता, खेल भावना और अनुशासन के गुण भी होने अनिवार्य हैं।

रीजीजू ने धावक को दिया मदद का भरोसा 
नयी दिल्ली (एजेंसी) : पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मांग पर केन्द्रीय खेल मंत्री कीरेन रीजीजू ने 11 सेंकंड में 100 मीटर की दौड़ पूरी करने वाले राज्य के रामेश्वर सिंह को मदद का भरोसा दिया। चौहान ने शुक्रवार को ट्विटर के जरिये रामेश्वर के वीडियो को साझा किया था जिसमें वह 100 मीटर की दौड़ नंगे पाव दौड़ते हुए 11 सेकंड में पूरा कर रहे हैं।
उन्होंने रीजीजू को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘भारत प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरा हुआ है। जरूरत है उन्हें सही अवसर और मंच देने की, वे देश के लिए इतिहास रच सकते हैं।’ रीजीजू ने उन्हें जवाब देते हुए ट्वीट किया, ‘शिवराज जी किसी को बोलिए कि उसे मेरे पास लेकर आये। मैं किसी एथलेटिक्स अकादमी में उसका दाखिला करवाऊंगा।’

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