जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले वनडे में नजरें केएल राहुल पर

हरारे। जिम्बाब्वे के खिलाफ बृहस्पतिवार से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज से पहले भारतीय कप्तान केएल राहुल के फॉर्म और फिटनेस पर सभी की नजरें होंगी। टी20 प्रारूप में भारत के शीर्ष क्रम का अभिन्न अंग माने जाने वाले राहुल इस सीरीज में अपनी चिर परिचित लय हासिल करने की पूरी कोशिश में होंगे। हर्निया के आपरेशन के कारण राहुल दो महीने बाद टीम में लौटे हैं। 
उनके सामने चुनौती टी20 टीम में सलामी बल्लेबाज की भूमिका बरकरार रखने और पहली गेंद से आक्रामक बल्लेबाजी की होगी। कोच राहुल द्रविड़ और नियमित कप्तान रोहित शर्मा की नजरें सिर्फ राहुल के रनों पर ही नहीं होंगी, बल्कि वे यह भी देखना चाहेंगे कि रन किस तरह से बने हैं। भारतीय टीम को एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 28 अगस्त को पहला मैच खेलना है।
हरारे स्पोर्ट्स क्लब पर जिम्बाब्वे ने 300 और 290 रन से अधिक के लक्ष्य का पीछा करते हुए हाल ही में बांग्लादेश को हराया है। ऐसे में राहुल, शिखर धवन, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा और संजू सैमसन बड़ी पारियां खेलने की कोशिश में होंगे। भारत के पास मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, दीपक चाहर और कुलदीप यादव जैसे गेंदबाज, जबकि शार्दुल ठाकुर और अक्षर पटेल जैसे हरफनमौला भी हैं।दूसरी ओर बांग्लादेश को हराने के बाद जिम्बाब्वे की कोशिश भारत जैसी मजबूत टीम को कड़ी चुनौती देने की होगी। मेजबान को सिकंदर रजा, रेजिस चकाबवा और इनोसेंट केइया से बल्लेबाजी में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। एक जमाना था जब जिम्बाब्वे के पास फ्लावर बंधु (ग्रांट और एंडी), हीथ स्ट्रीक, नील जानसंस, मरे गुडविंस और हेनरी ओलोंगा जैसे खिलाड़ी थे। 
पिछले दो दशक में देश की तरह जिम्बाब्वे क्रिकेट की दशा भी बेहाल रही है और इसका असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा। भारतीय टीम का जिम्बाब्वे दौरा आमतौर पर मेजबान बोर्ड की आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में भारत का प्रयास माना जाता रहा है। इन तीन मैचों के टीवी और डिजिटल अधिकारों से जिम्बाब्वे क्रिकेट की खासी कमाई हो जायेगी।

रिलेटेड पोस्ट्स