आईपीएल में के.एल. राहुल लगातार अच्छा खेले, लेकिन ट्रॉफी से दूर

स्ट्राइक रेट को लेकर भी उठे सवाल
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
केएल राहुल के लिए आईपीएल का एक और सीजन धमाकेदार रहा। उन्होंने लगातार पांचवें सीजन में 500 से ज्यादा रन बनाए। राहुल ने लखनऊ सुपर जाएंट्स के लिए एलिमिनेटर मैच में बुधवार (25 मई) को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 58 गेंद पर 79 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 136.21 का रहा। उन्होंने रन तो बनाए, लेकिन एक बार फिर से सवालों के घेरे में हैं। राहुल के स्ट्राइक रेट को लेकर उनकी आलोचना हो रही है।
आईपीएल में यह पहला मौका नहीं है जब राहुल ने सीजन में 500 से ज्यादा रन बनाए, लेकिन टीम चैम्पियन नहीं बन सकी। पंजाब किंग्स के लिए चार और लखनऊ के लिए एक बार उन्होंने ऐसा किया है। पंजाब की टीम तो एक बार भी प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी। लखनऊ को एलिमिनेटर मैच खेलने का मौका मिला, लेकिन टीम अहम मैच में 'चोकर्स' साबित हुई। राहुल की लम्बी पारी के बावजूद लखनऊ को हार का सामना करना पड़ा।
राहुल के पिछले चार सीजन को देखें तो हर बार उन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाए हैं, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 140 से ऊपर नहीं रहा। लंबी पारी खेलते हैं, लेकिन तेजी से रन नहीं बनाते और जब आक्रामक बल्लेबाजी करना चाहते हैं तो आउट हो जाते हैं। तब तक उनकी टीम मुश्किल परिस्थितियों में पहुंच जाती है और उसे हार का सामना करना पड़ता है।
पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने राहुल की आलोचना की है। उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा- उनकी बल्लेबाजी में एक पैटर्न है। वो अंत तक क्रीज पर रहना चाहते हैं। इससे अन्य बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ता जाता है। अंत में ज्यादा समय नहीं होने के कारण दूसरे बल्लेबाज जोखिम भरे शॉट खेलकर आउट होते हैं। पंजाब किंग्स में भी ऐसा ही होता था। तब निकोलस पूरन जैसे फिनिशर को ज्यादा समय नहीं मिलते थे। पंजाब के जब वे कप्तान थे, तब रन चेज में टीम चूक जाती थी।
आरसीबी के पूर्व कप्तान डेनियल विटोरी ने भी राहुल की बल्लेबाजी को लेकर अपनी राय दी है। उनका मानना है कि राहुल को रिस्क लिए बिना तेजी से रन बनाने चाहिए। शीर्ष क्रम में आपको ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी करनी होगी, क्योंकि आप एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं। राहुल को अपने टीम के अन्य साथियों पर ज्यादा विश्वास जताने की आवश्यकता है। उन्हें क्रीज पर जाकर बल्लेबाजी का आनंद उठाना चाहिए। उनके पास क्विंटन डीकॉक, दीपक हुड्डा, मार्कस स्टोइनिस, इविन लुईस और जेसन होल्डर हैं जो काम को सही से कर सकते हैं।
लखनऊ के खिलाफ कैसी थी राहुल की बल्लेबाजी?
राहुल ने धीमी शुरुआत की। उन्होंने अर्धशतक लगाने के लिए 43 गेंद खेल लिए। अर्धशतक लगाने के बाद एक दो बड़े शॉट लगाए। वो अपना गियर बदल ही रहे थे कि बीच में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक की तरह स्कूप शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो गए। लखनऊ को 12 गेंदों पर 33 रन बनाने थे। टी20 में इसे बनाया जा सकता है, लेकिन 19वें ओवर की चौथी गेंद पर राहुल आउट हो गए। उनके आउट होने के बाद आठ गेंदों पर 28 रन बनाने थे, लेकिन टीम 14 रनों से हार गई। अगर राहुल आखिरी दो ओवरों में दिनेश कार्तिक और रजत पाटीदार की तरह बल्लेबाजी करते तो नतीजे कुछ और हो सकते थे।

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