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भारतीय खेल प्राधिकरण ने सभी खेल संघों को दिए निर्देश हर खेल संघ कराता है तीन राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खेलपथ संवाद नई दिल्ली। देश में आजादी के नायकों की वीर गाथाएं अब खेल आयोजनों के जरिए याद की जाएंगी। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप को न सिर्फ मेजबान राज्य के आजादी के नायकों से जोड़ा जाएगा बल्कि इन नायकों के साथ चैम्पियनशिप की ब्रांडिंग होगी। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने सभी राष्ट्रीय खेल संघों को अपने खेल आयोजनों में आजादी के 75 वर्ष होने के उपलक्ष्य में अमृत महोत्वस मनाने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। इसमें कहा गया है कि इससे नायकों को न सिर्फ सच्ची श्रद्धांजलि मिलेगी बल्कि उनके बारे में लोगों और खिलाड़ियों को जानने का मौका मिलेगा। खेल संघ इसकी शुरुआत भी करने जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के ऊना में होने वाली राष्ट्रीय सब जूनियर खो-खो चैम्पियनशिप की ब्रांडिंग प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे डॉ. वाईएस परमार की याद में कराई जा रही है। आयोजन को राष्ट्रीय सब जूनियर खो-खो चैम्पियनशिप डॉ. वाईएस परमार नाम दिया गया है। आजादी का अमृत महोत्वस 15 अगस्त, 2023 तक मनाया जाना है। यह सिलसिला तब तक चलता रहेगा। हर खेल संघ की ओर से साल में कम से कम तीन सीनियर, जूनियर, सब जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप कराई जाती है। साथ ही अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन भी कराए जाते हैं। खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त खेल संघों की संख्या 50 से भी अधिक है। इसी को ध्यान में रख सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव को इन खेल आयोजनों से जोड़ने का फैसला लिया है।