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एशियाई खेलों को बनाया लक्ष्य खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता और पूर्व विश्व चैम्पियन मीराबाई चानू ने विश्व चैम्पियनशिप से नाम वापस ले लिया है। मीरा ने स्नैच में अपनी बदली हुई तकनीकि में पूर्ण रूप से दक्षता नहीं होने के कारण सात से 17 दिसंबर को ताशकंद (उज्बेकिस्तान) में होने वाली इस चैंपियनशिप में नहीं खेलने का फैसला लिया है। मीरा के नहीं खेलने के बारे में अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग संघ और साई को बता दिया गया है। अब उन्होंने अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों का अपना लक्ष्य बनाया है। ओलंपिक में रजत जीतने के बाद से मीरा ने अब तक किसी टूर्नामेंट में शिरकत नहीं की है। उनकी योजना विश्व चैंपियनशिप में नए अवतार में उतरने की थी। इसके लिए उन्होंने एनआईएस पटियाला में नई तकनीकि के साथ तैयारियां भी शुरू कर दीं। मीरा स्नैच में नई तकनीक को आजमा रही हैं। उन्होंने नई तकनीकि के साथ ही विश्व चैंपियनशिप में उतरने का लक्ष्य बनाया था। लेकिन इसमें वह अभी इतनी दक्षता हासिल नहीं कर पाई हैं, जिससे विश्व चैंपियनशिप में ओलंपिक का प्रदर्शन दोहराया जा सके। विश्व चैंपियनशिप के साथ राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप भी है। साई को साफ किया गया है कि इस चैंपियनशिप में नहीं खेलने पर मीरा के 49 किलो में राष्ट्रमंडल खेलों में खेलने पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ओलंपिक का प्रदर्शन भी राष्ट्रमंडल खेलों की रैकिंग से जुड़ा है। फिल्हाल उनकी राष्ट्रमंडल खेलों में नंबर एक की रैंकिंग बनी हुई है। मीरा के विश्व चैंपियनशिप में नहीं खेलने पर 49 किलो में झिल्ली डालबेहरा इस भार में खेलेंगी। मीरा का इस चैंपियनशिप के लिए चयन बिना ट्रायल के किया गया था। अब मीरा के स्थान पर 64 किलो में कोमल की एंट्री भेजी गई है।