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टीम इंडिया की ऐसी पराजय ने क्रिकेटप्रेमियों का दिल दुखाया पाकिस्तान की टीम भिगो-भिगो कर मारती रही, हम दांत निपोरते रहे दुबई। भारतीयों के लिए इस बार की करवा चौथ, कडवा चौथ साबित हुई। तारीख- 24 अक्टूबर। दिन- रविवार। समय- शाम के 7 बज कर 30 मिनट। जगह- दुबई क्रिकेट इंटरनेशनल स्टेडियम। यहां से कहानी शुरू होती है। अब ये दौड़ लगाती, इससे पहले मुंह के बल गिर जाती है। रात 11 बजकर 8 मिनट पर ये कहानी खत्म हुई तो हमारी दुनिया पलट चुकी थी। हमारे घुटने, कोहनी, ठुड्डी सब लहूलुहान और सिर पर कीचड़ पटा था। इन 3 घंटे 38 मिनट की कहानी और तस्वीरें हम कहां भूल पाएंगे। हम अब अपनी मजबूती का दम्भ अब नहीं बघार पाएंगे। मैच शुरू हुआ। केएल राहुल और रोहित शर्मा मैदान में आए। पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम अपनी फील्ड सजा चुके थे। शाहीन शाह अफरीदी बॉल लेकर अपने रनअप पर खड़े हुए। तभी बाबर आजम आए और रोहित शर्मा को कुछ बोले। अचानक मैच रुक गया। स्टैंड में सारे भारतीय खिलाड़ी खड़े होने लगे। देखने वालों को समझ नहीं आया क्या हो गया। पाकिस्तान के फील्डर भी नहीं समझ सके। मैच खत्म होने के बाद कोहली ने बताया कि अचानक बाबर आजम ने ये रिक्वेस्ट की और हमने मान ली। उस वक्त सभी भारतीय खिलाड़ी अपने घुटनों पर आ गए। इधर हर पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने अपने दिल पर हाथ रख लिया। कुछ देर बाद पता चला कि खिलाड़ियों ने ब्लैक लाइफ, यानी अश्वेतों को अपना समर्थन दिया है। शाहीन शाह अफरीदी पहला ओवर लेकर आए और चौथी गेंद पर बिना खाता खोले रोहित शर्मा आउट हो गए (बाएं)। ये 22वीं बार था जब शाहीन ने पहले ओवर में विकेट लिया। उन्होंने 62 मैच खेले हैं। टीम इंडिया के ओपनर्स ने इसकी कोई तैयारी नहीं की थी। ऐसा लगता है, क्योंकि दूसरे ओवर की पहली गेंद पर केएल राहुल बोल्ड आउट हुए। पाकिस्तानी दर्शक खुशी से झूमने लगे और भारत के दर्शक भगवान से दुआएं करने लगे कि नो बॉल हो जाए। अंपायर ने नो बॉल चेक भी की, लेकिन तब तक राहुल पवेलियन लौट चुके थे। उन्होंने देखा ही नहीं कि नो बॉल है या नहीं। उन्हें इसकी जरूरत नहीं पड़ी, क्योंकि वह नो बॉल नहीं थी। भारत की पारी की 18वीं गेंद में पहली बाउंड्री आई। सूर्य कुमार यादव ने ऑफ स्टंप के बाहर से गेंद को खींचकर मिड विकेट पर छक्का मारा। ये छक्का उसी गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी पर आया जिसने रोहित और राहुल को आउट किया था। थोड़ा भरोसा जगा कि सूर्य कुमार टीम इंडिया का सूरज उगाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। तस्वीर में अफरीदी विकेट लेने के बाद में खुशी मना रहे हैं। हसन अली के पहले ओवर और पारी के छठें ओवर में एक नो बॉल को लेकर फंसा मामला। पहले अंपायर ने नो बॉल दिया और भारत के बैट्समैन फ्री हिट के लिए सोचते रहे। फिर अंपायर ने फैसला बदल लिया और बैट्समैन सूर्य कुमार यादव को समझ नहीं आया कि ये गेंद फ्री हिट वाली है या नहीं। खुद हसन अली कई बार पूछते रहे। इसी के बाद सूर्य कुमार यादव कॉट बिहाइंड आउट हो गए। मोहम्मद हफीज बॉलिंग करने आए। पंत ने रिवर्स स्वीप करना चाहा, लेकिन गेंद उनसे लगी नहीं। सीधा विकेट कीपर मोहम्मद रिजवान के दस्तानों में गई। रिजवान ने गेंद पकड़ते ही जोरदार अपील की। जब देखा कि अंपायर नॉट आउट दे रहे हैं तो उन्होंने पूरे दम-खम से डीआरएस लेने के लिए कहा। उन्होंने हफीज और कप्तान बाबर आजम से कहा कि DRS हर हाल में लेना चाहिए। आजम ने ले भी लिया, लेकिन गेंद पंत के बल्ले से नहीं छुई थी। पाकिस्तान ने एक रिव्यू गंवा दिया। पाकिस्तानी बॉलर हरीश राउफ ने विराट कोहली को एक तगड़ा बाउंसर मारा। बॉलर ने गेंद में इतना ज्यादा जोर लगा दिया गेंद टप्पा खाने के बाद विराट कोहली के सिर के भी ऊपर से गई। लेग अंपायर ने तुरंत उसे वाइड बॉल करार दे दिया। साथ में ये भी बताया कि आपने अपने इस ओवर के कोटे का 1 बाउंसर डाल लिया है। उधर कोहली मूड बना चुके था। अक्सर ऐसा होता है जब बॉलर बाउंसर मारते हैं तो बल्लेबाज उन्हें जवाब देने के मूड में होते हैं। कोहली ने भी यही किया, अगली गेंद में उन्होंने चौका लगाकर राउफ को जवाब दिया। यही वो लम्हा था जब भारतीय फैन्स को शायद थोड़ा बहुत सुकून मिला हो। हार्दिक पंड्या स्टैंड में 14वें ओवर से ही पैड बांधकर पूरे मैदान में उतरने के अंदाज में आकर अपने खिलाड़ियों से दूर हो गए हो गए थे। इसके बाद से सिंगल या डॉट बॉल खेलने पर उनका चेहरा बन जाता था। एक बार उन्हें ग्लव्स को स्टैंड पर मारते हुए भी देखा गया। उनकी इस बेचैनी पर जब दूर से किसी साथी ने कमेंट किया तो वे 'अपने हाथ से बहुत मारूंगा' वाले अंदाज में हिला कर कुछ बुदबुदाते रहे। असल में पंड्या का रिकॉर्ड पाकिस्तान के खिलाफ बेहद तगड़ा है। वो दो बार छक्कों की हैट्रिक लगा चुके थे, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। जब वो बैटिंग करने आए तो उन्हें एक 1 फ्री-हिट भी मिली, लेकिन वो एक भी छक्का नहीं मार सके और अपना कंधा भी चोटिल करा बैठे। 19वें ओवर में जब शाहीन अपना आखिरी ओवर करने आए तो उन्होंने विराट के छक्के का बदला चुका लिया। उन्होंने विराट को कॉट बिहाइंड आउट करा दिया। इसी के साथ शाहीन ने वो रिकॉर्ड भी तोड़ दिया जिसमें ये अब तक दावा होता रहा है कि विराट पाकिस्तान के खिलाफ आउट नहीं होते हैं। जब विराट आउट हुए तब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। अगर वो आखिरी ओवर तक खेलते तो शायद भारत का स्कोर 151 रन न होता। चाहे बॉलिंग हो या बैटिंग पाकिस्तान ने दोनों पारियों के पहले 3 ओवर में हॉवी रहा। पाकिस्तान जब बॉलिंग कर रहा था तो 3 ओवर की आखिरी गेंद पर भारत की ओर से बाउंड्री लगी थी। दोनों ओपनर रोहित और राहुल आउट भी हो गए थे। जब पाकिस्तान बैटिंग करने आया तो भारतीय गेंदबाजों पर पहले 3 ओवर में ऐसा दबाव बनाया कि चौथे ओवर में ही कोहली को चौथा गेंदबाज आजमाना पड़ा। आमतौर पर पहले चार ओवर में 2 गेंदबाज बॉलिंग करते हैं। 9वें ओवर में जडेजा बॉलिंग कर रहे थे। पाकिस्तानी कप्तान ने उन्हें इतना तगड़ा छक्का मारा कि गेंद दर्शकों के बीच चली गई। फिर गेंद को पर सेनिटाइजर छिड़क कर बॉलर को देनी पड़ी। यही काम बाबर आजम ने वरुण चक्रवर्ती के आखिरी और पारी के 13वें ओवर में भी किया। उन्होंने इसमें 2 छक्के मारे थे। एक तो दर्शकों तक नहीं पहुंचा था, लेकिन दूसरा उन्होंने लोगों के बीच पहुंचा दिया। पाकिस्तान की पारी का 10वां ओवर चल रहा था। दोनों ओपनर टिके हुए थे। बाबर आजम ज्यादा लय में खेल रहे थे। तभी एक रन भागते हुए नॉन स्ट्राइक एंड पर वरुण चक्रवर्ती का थ्रो सीधा स्टंप में लगा। टीम इंडिया की अपील पर थर्ड अंपायर के पास फैसला गया। जब स्क्रीन पर स्लो मोशन में दिखाया गया तो भारतीय फैन्स खुशी के मारे झूम उठे; क्योंकि ऐसा लग रहा था जब थ्रो स्टंप में लगा तो बाबर आजम का बैट हवा में था, लेकिन वो आंखों को धोखा था। असल में बाबर का बैट क्रीच के अंदर और धरती पर था। भारतीय फैन्स दांत पीस कर रह गए। आलम ये हुआ कि 10वें ओवर में जब टाइम आउट हुआ तो खुद कोच रवि शास्त्री मैदान में उतर आए। उन्होंने सीधे विराट कोहली से बात की, लेकिन उसकी कोई फायदा नहीं मिला। हारने के बाद विराट ने दोनों पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अलग से बधाई दी। हंसते रहे, पाकिस्तानी खिलाड़ियों से बात करते रहे। इधर भारत के हारने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ बात करते दिखे धोनी। यहीं पर ये कहानी खत्म हुई है। हारने के बाद ये ज्ञान फैन्स को पच नहीं रहा था।