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केंद्र सरकार के वकील से मांगा गया जवाब खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ खड़ी हो चुकी हैं। मनिका ने एशियन चैम्पियनशिप न चुने जाने के बाद टीटीएफआई के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में अपील दायर की थी। उनकी इस याचिका पर केंद्र सरकार के वकील से दिल्ली दिल्ली हाईकोर्ट ने जवाब मांगा है। इसके अलावा कोर्ट ने इस मामले की जानकारी देने को भी कहा है। मनिका के इस मामले पर 22 सितम्बर को सुनवाई होगी। मनिका बत्रा और टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के बीच टोक्यो ओलम्पिक से विवाद चल रहा है। ओलम्पिक में वह महिला टेबल टेनिस स्पर्धा के तीसरे राउंड में पहुंची थीं। वह यह करिश्मा करने वाली भारत की पहली महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं। बीते कुछ वर्षों में मनिका ने टेबल टेनिस में शानदार प्रदर्शन किया है। लेकिन फेडरेशन के साथ उनके रिश्तों में खटास रही। टेबल टेनिस फेडरेशन ने हाल ही में एशियन चैम्पियनशिप के लिेए टीम की घोषणा की थी। इस टीम में मनिका का नाम शामिल नहीं था। इस फैसले से वह काफी नाखुश थीं। इसलिए उन्होंने फेडरेशन के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट जाने का फैसला किया और याचिका दायर की। वहीं इस मामले में फेडरेशन का कहना है कि मनिका ने सोनीपत में नेशनल कैंप में हिस्सा नहीं लिया था जिसके चलते उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया। फेडरेशन ने पहले ही आगाह किया था कि सभी खिलाड़ियों को कैंप में हिस्सा लेना अनिवार्य था। एशियन चैम्पियनशिप का आयोजन इस बार दोहा में किया गया है जिसकी शुरुआत 28 सितम्बर से होगी। विश्व की 56वें नंबर की खिलाड़ी मनिका की गैरमौजूदगी में 97वीं रैंक की सुतीर्थ मुखर्जी महिला टीम की कमान संभालेंगी जबकि पुरुष टीम की कमान मानव ठक्कर के हाथ में होगी।