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चयन समिति के लिए इस बार आसान नहीं होगा खिलाड़ियों का चयन खेलपथ संवाद नई दिल्ली। तीन पैरालम्पिक पदक विजेता देवेन्द्र झाझरिया, भारत के पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद, पूर्व महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा, पूर्व विश्व चैंम्पियन एल सरिता देवी को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की चयन समिति में शामिल किया गया है। यह समिति अगले कुछ दिनों में बैठक कर विजेता खिलाड़ियों के नामों की घोषणा करेगी। चयन समिति के लिए इस बार खिलाड़ियों का अवॉर्डों के लिए चयन आसान नहीं होगा। पैरालम्पिक खेलों में तीन पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया, पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद और पूर्व विश्व चैम्पियन एल सरिता देवी को इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की चयन समिति में शामिल किया गया है। जबकि, उच्चतम न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश मुकुंदकम शर्मा इस चयन समित के अध्यक्ष होंगे जिसमें पूर्व शूटर अंजलि भागवत और पूर्व महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा को भी शामिल किया गया है। यह जानकारी खेल मंत्रालय के एक सर्कुलर में दी गई। देवेंद्र झाझरिया की अगर बात की जाए तो उन्होंने हाल ही में समाप्त हुए टोक्यो पैरालम्पिक में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीता था। इससे पहले झाझरिया 2004 एथेंस ओलम्पिक और 2016 रियो ओलम्पिक में जेवलिन थ्रो स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। समिति आगामी कुछ दिनों में बैठक करके पुरस्कार विजेताओँ की घोषणा करेगी। इस साल राष्ट्रीय पुरस्कार देने में देरी हुई है क्योंकि सरकार ने ओलम्पिक और पैरालम्पिक में भारत के प्रदर्शन का इंतजार करने का फैसला किया था। वहीं भारतीय एथलीटों ने ओलम्पिक और पैरालम्पिक में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया। टोक्यो ओलम्पिक में भारत ने सात पदक जीते वहीं पैरालम्पिक में 19 पदक जीतकर इतिहास रचा है। टोक्यो ओलम्पिक में भारत की तरफ से सबसे बड़े स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा रहे। उन्होंने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में दुनिया के नामी खिलाड़ियों के पीछे छोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता। नीरज ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में भारत की तरफ से ओलम्पिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं। भारत में खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाता है। हाल ही में भारत में खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले सबसे बड़े पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलकर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड कर दिया गया।