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सज्जन सिंह, जय प्रकाश और दुष्यंत शर्मा ध्यानचंद अवॉर्ड की दौड़ में कोच विक्रम, कुलदीप मलिक और सुजीत मान बनेंगे द्रोणाचार्य खेलपथ संवाद नयी दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके और विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले पहलवानों रवि दहिया और दीपक पूनिया के साथ तेजी से उभरती हुई पहलवान अंशु मलिक को अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया है। दीपक ने नूर सुल्तान में 2019 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था जबकि रवि ने कांस्य पदक के साथ टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। दहिया टोक्यो खेलों की 57 किग्रा स्पर्धा में पदक के मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं जहां उन्हें चौथी वरीयता दी गई है। डब्ल्यूएफआई ने 19 साल की अंशु को भी नामित किया है जिन्होंने पिछले साल सीनियर सर्किट पर पदार्पण के बाद छह टूर्नामेंटों में पांच पदक जीते। ओलंपिक में जगह बनाने से चूकने वाली लेकिन अल्माटी में 59 किग्रा वर्ग में खिताब जीतने वाली सरिता मोर को भी अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने बताया, ‘चारों पहलवानों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और मान्यता के हकदार हैं, इसलिए हमने उनका आवेदन भेजा।' उन्होंने कहा, ‘हमने द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए कोच विक्रम, कुलदीप मलिक और सुजीत मान का भी नामांकन किया है।' राष्ट्रीय महिला टीम के कोच कुलदीप मलिक को पहले ही ध्यानचंद पुरस्कार मिल चुका है इसलिए शायद द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए उनके नाम पर विचार नहीं हो। जीवनपर्यंत उपलब्धियों के वर्ग में डब्ल्यूएफआई ने जगरूप राठी, आरके हुड्डा और आरएस कुंडू को नामित किया है। ध्यानचंद पुरस्कार के लिए डब्ल्यूएफआई ने सज्जन सिंह, जय प्रकाश और दुष्यंत शर्मा के नाम भेजे हैं।