News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
क्रोएशिया से जाएंगे टोक्यो नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज अभिषेक वर्मा पिस्टल के बिना खुद को अधूरा सा समझते हैं। वह दिन-रात लक्ष्य पर निशाना लगाने के लिए अभ्यास करते हैं। फिलहाल वह क्रोएशिया में रोजाना आठ से नौ घंटे अभ्यास कर रहे हैं और वहीं से ओलंपिक में हिस्सा लेने टोक्यो जाएंगे। अभिषेक के पिता अशोक वर्मा ज्यूडिशिरी में हैं, इसलिए अलग-अलग जिलों में उनकी पोस्टिंग रही। इसके चलते अभिषेक हरियाणा के अधिकतर जिलों में रहे हैं। 2014 में अभिषेक के पिता की फतेहाबाद में पोस्टिंग थी। यहीं से अभिषेक को निशानेबाजी का शौक चढ़ा और वह गुरुग्राम की एकलव्य शूटिंग अकादमी में ट्रेनिंग के लिए गए। अभिषेक खुद को शौकिया निशानेबाज मानते थे, लेकिन जब उन्होंने वर्ष 2018 में एशियाई खेल में कांस्य पदक जीता तो आत्मविश्वास बढ़ गया। यह उनका पहला अंतरराष्ट्रीय पदक था। यहीं से उन्होंने ओलंपिक में क्वालीफाई करने का लक्ष्य निर्धारित किया और टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल करने में कामयाब हो गए। अभिषेक अब टोक्यो में 10 मीटर एयर पिस्टल में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। अभिषेक तनाव से दूर रहने के लिए नियमित रूप से योग और प्राणायाम करते हैं। वह दिन में तीन बार अभ्यास करते हैं। अभ्यास के समय उनका ध्यान टारगेट एरिया में साइट पर रहता है। अभ्यास में किसी प्रकार की दिक्कत ना रहे, इसलिए दो पिस्टल रखते हैं। अभिषेक फिलहाल क्रोएशिया में यूरोपीय चैंपियनशिप और संयुक्त विश्व कप में भाग लेने के लिए भारतीय टीम के साथ गए हैं। वह 11 मई को नई दिल्ली से चार्टर्ड विमान से रवाना हुए थे और वहीं से टोक्यो जाएंगे। ओलंपिक में 23 जुलाई से शूटिंग के मुकाबले शुरू हो जाएंगे। अभिषेक का कहना है कि ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतना गर्व की बात है। इसलिए मैं पदक जीतने के लिए अपना 100 फीसद प्रदर्शन करूंगा। अभिषेक की उपलब्धियांः -2018 में 10 मीटर एयर पिस्टल में जकार्ता में एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता। 2019 में रियो विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर विश्व रैंकिंग में नंबर-एक स्थान हासिल किया।