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एफआईएच प्रो लीगः पेनल्टी शूट आउट में हुआ फैसला ब्यूनर्स आयर्स। एक साल से भी ज्यादा समय के बाद टर्फ पर उतरने वाली भारतीय हॉकी टीम ने अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में धमाकेदार वापसी की है। एफआईएच प्रो लीग के दो मैचों के पहले मुकाबले में भारत के सामने ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना की एक न चली। ब्यूनर्स आयर्स में मेहमानों के घर में शनिवार रात भारत ने पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से मुकाबले अपने नाम किया। भारत की ओर से पहला गोल हरमनप्रीत सिंह ने मारा। जल्द ही अर्जेंटीना ने स्कोर बराबर किया और फिर भारत पर 2-1 से बढ़त भी ले ली। मैच खत्म होने में छह सेकेंड ही शेष थे, तभी हरमनप्रीत ने अपना और टीम का दूसरा गोल कर मैच 2-2 की बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया। शूटआउट में भारतीय कप्तान श्रीजेश ने फिर कमाल दिखाया। मिले पांच मौकों में अर्जेंटीना सिर्फ दो ही गोल कर पाया और भारत को मैच जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। कोरोना वायरस के फैलने से पिछले पूरे साल भारतीय खिलाड़ियों को बेंगलूरू स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण में ही रहना पड़ा था और अब अंत में उसे चुनौतीपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने का मौका मिला। भारत ने अपना पिछला एआईएच हॉकी प्रो लीग मैच पिछले साल भुवनेश्वर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। अब भारतीय टीम एफआईएच प्रो लीग तालिका में सात मैचों में 12 अंक लेकर पांचवें स्थान पर हैं, जिसमें उसके नाम तीन जीत और दो हार हैं जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा था। अब दूसरा मैच रविवार को सेरनार्ड स्टेडियम में खेला जाएगा।
भारतीय टीम के लिए शीर्ष स्तरीय अंतरराष्ट्रीय हॉकी में वापसी का इससे बेहतर मौका नहीं हो सकता था क्योंकि कुछ कड़ी प्रतिद्वद्वियों के खिलाफ आगामी प्रो लीग में खेलने से उसे टोक्यो ओलम्पिक से पहले अच्छा अभ्यास मिल जाएगा जिसमें अब तीन महीने से कुछ अधिक समय बचा है। भारत ने इस साल फरवरी में अंतरराष्ट्रीय हॉकी की शुरुआत की जब उन्होंने यूरोप का दौरा किया जिसमें उन्होंने जर्मनी और ब्रिटेन के खिलाफ चार मैचों में दो ड्रॉ और दो जीत हासिल कीं।
इन मैचों का आयोजन भारतीय पुरुष टीम की स्थगित हुए टोक्यो ओलम्पिक की तैयारियों के लिए किया गया था। लेकिन एफआईएच प्रो लीग मैचों से भारत को 23 जुलाई से शुरू होने वाले टोक्यो ओलम्पिक से पहले अपने स्तर को जानने में मदद मिलेगी।