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नौ साल बाद भी बरकरार है रिकॉर्ड नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के लिए आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि आज से 9 साल से पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 100वां शतक जड़कर इतिहास रच दिया था। सचिन तेंदुलकर ने एशिया कप 2012 के एक मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 147 गेंदों में 12 चौके और 1 छक्के की मदद से 114 रन की पारी खेली थी। इस मैच में टीम इंडिया ने 50 ओवर में पांच विकेट पर 289 रन का स्कोर खड़ा किया। हालांकि बांग्लादेश ने 50 ओवर में चार गेंद बाकी रहते लक्ष्य हासिल करके यह मैच 5 विकेट से जीत लिया था। 100वें शतक के लिए सचिन तेंदुलकर ने कई मैचों का इंतजार किया था। 15 नवंबर, 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ अपने डेब्यू मैच से लेकर 2013 में वानखेड़े स्टेडियम में अपने आखिरी मैच तक सचिन को कोई छू नहीं पाया। सचिन तेंदुलकर को खेल में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से भी नवाजा जा चुका है। वे यह सम्मान हासिल करने वाले पहले क्रिकेटर हैं। उन्होंने अपने पूरे करियर में 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन और 463 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 18426 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने एक टी-20 इंटरनेशनल मैच भी खेला, जिसमें 10 रन बनाए। टेस्ट और वनडे इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड भी उनके नाम ही दर्ज है। सचिन के 24 साल में बनाए गए अनगिनत रिकॉर्ड बताते हैं कि क्यों उन्हें भारत में 'भगवान' का दर्जा दिया गया है। सचिन के नाम वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक क्रिकेट के तमाम रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर के मैदान पर 24 फरवरी 2010 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे क्रिकेट की पहली डबल सेंचुरी जड़ डाली थी। यह पारी उन्होंने 36 साल की उम्र में खेली, जब हर कोई उनके खेल और उम्र पर सवाल खड़ा कर रहा था। इस मैच में सचिन ने 147 गेंदों पर 200 रनों की नाबाद पारी खेली। उनकी इस पारी के बदौलत भारत ने इस मैच में 400 से ज्यादा स्कोर बनाया और 153 रनों से ये मैच जीता। इससे पहले वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रनों की व्यक्तिगत पारी खेलने का रिकॉर्ड पाकिस्तानी बल्लेबाज सईद अनवर के नाम था। उन्होंने 194 रनों की पारी भारत के खिलाफ खेली थी।