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टेस्ट क्रिकेट के लिए एक खराब उदाहरण नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया यह मैच महज दो दिनों में ही समाप्त हो गया था। जहां भारत ने 10 विकेटों से जोरदार जीत दर्ज करके सीरीज में 2-1 की अपराजेय बढ़त बना ली है। पिच को लेकर अब दिलीप वेंगसरकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस पिच को दोयमदर्जे की पिच करार दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए वेंगसरकर ने कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह दोयमदर्जे की पिच थी। यह टेस्ट क्रिकेट के लिए एक खराब उदाहरण है। लोग अच्छा क्रिकेट देखने के लिए पैसा देते हैं।' उन्होंने कहा, 'दोनों टीमों के पास बेहतरीन खिलाड़ी थे जिनको प्रदर्शन करते हुए सब देखना चाहते थे। लेकिन अगर रूट गेंदबाज बन जाए तो यह दर्शाता है कि पिच में कुछ तो खराबी थी।' वेंगसरकर ने आगे कहा, 'इंग्लैंड के पास ना तो स्किलफुल प्लेयर्स थे और न ही उन्होंने लड़ने की क्षमता दिखाई। बहुत से बल्लेबाज सीधी गेंदों पर आउट हुए जिसमें बिल्कुल भी टर्न नहीं थी। उनका सुरक्षात्मक रवैया बहुत ही खराब था। उनके पास कोई समझ नहीं थी कि इन पिचों पर कैसे खेलें। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा था कि फ्रंटफुट पर जाकर खेलें या फिर बैकफुट। वह मानसिक तौर पर काफी कमजोर हो गए थे।' भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की सीरीज का आखिरी मैच नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा।