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साई ने पृथकवास नियमों में किया संशोधन नई दिल्ली। ओलम्पिक की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के अभ्यास में कोई कमी नहीं रह जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं से अभ्यास केंद्रों पर लौट रहे खिलाड़ियों के पृथकवास के नियमों में बदलाव किया है। साई ने पिछले साल 11 सितम्बर और तीन दिसम्बर को जारी मानद संचालन प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि साई केंद्रों पर प्रशिक्षण शिविरों में लौट रहे खिलाड़ी सुरक्षा से समझौता किए बिना अभ्यास जारी रख सकें। साई ने एक बयान में कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि खिलाड़ियों के अभ्यास कार्यक्रम में निरंतरता बनी रहे। खिलाड़ी अपना अभ्यास जारी रख सकेंगे। हालांकि, पहले सात दिन और आरटी पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने तक उन्हें बायो बबल में रहने वाले खिलाड़ियों से अलग रहना होगा। टोक्यो ओलम्पिक में अब छह महीने ही रह गए हैं और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय स्पर्धायें बहाल हो रही है , ऐसे में खिलाड़ियों को ओलंपिक क्वालीफिकेशन और लय बनाए रखने के लिए प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेना ही होगा। साई ने कहा, 'हर बार प्रतिस्पर्धा से आने पर उन्हें सात दिन पृथकवास में रहने के लिये कहने से उनकी तैयारी पर विपरीत असर पड़ेगा।' साई ने अपने सभी केंद्रों के प्रमुखों को निर्देश दिया है कि विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं से लौट रहे खिलाड़ियों के लिये अलग होस्टल या होस्टल ब्लॉक बनाया जाये जब तक उनका आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव नहीं आ जाता। उनसे ऐसा शेड्यूल बनाने को कहा गया है कि प्रतिस्पर्धाओं से लौटने वाले खिलाड़ी जिम, मैदान और खेल विज्ञान सुविधााओं का पूरा प्रयोग कर सकें और सुरक्षा से कोई समझाौता नहीं होने पाए। उनके खाने पीने की भी अलग व्यवस्था करने के लिये कहा गया है।