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दादा-दादी ने अब तक संभाल कर रखे उसके बैट गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं शुभमन फाजिल्का। भारत द्वारा टेस्ट क्रिकेट में 144 साल के इतिहास में सबसे बड़ा कमबैक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले फाजिल्का जिले के शुभमन गिल द्वारा शानदार 91 रन की पारी खेलने पर शुभमन गिल के पैत्रिक गांव जैमलवाला में उनके दादा के घर जश्न का माहौल रहा। जहां एक ओर रिश्तेदार व आसपास के ग्रामीण शुभमन के शानदार प्रदर्शन पर बधाई देने आ रहे थे तो शुभमन के दादा दीदार सिंह व दादी गुरमेल कौर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते रहे। लोगों के साथ शुभमन के बचपन के किस्से सुनाकर रोमांचित कर रहे थे। शुभमन के दादा दीदार सिंह ने बताया कि बचपन से शुभमन को क्रिकेट का शौक था तथा ढाई साल की उम्र में ही शुभमन ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था तथा उन्होंने लकड़ी के मिस्त्री को घर बुलाकर बैट बनाकर दिया थे। जिस उपरांत वह घर पर ही शुभमन के साथ क्रिकेट खेला खेलते थे। शुभमन ने पूर्व भारतीय ओपनर सुनील गावस्कर का 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुभमन ने 21 साल और 133 दिन की उम्र में टेस्ट की चौथी पारी में फिफ्टी लगाई। वहीं, गावस्कर ने 21 साल और 243 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी। पूर्व लेजेंड ने 1970 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए टेस्ट में 67 रन बनाए थे। शुभमन के दादा दीदार सिंह ने इस मौके पर शुभमन के तीन से लेकर साढ़े पांच साल उम्र तक अलग-अलग बैट दिखाए। उन्होंने बताया कि इस उपरांत वह बड़ा होकर मोहाली खेलने गया तथा वहां उसने 17 साल तक कई कोचिंग सेंटरों से ट्रेनिंग ली और पूरी तरह परिपक्व हो गया। इस कारण उन्हें शुभमन की कामयाबी पर पूरा विश्वास हो गया कि एक दिन वह भारतीय टीम में स्थान बनाकर रहेगा और वो दिन आया तथा मेरा सपना पूरा हो गया और शुभमन को भारतीय टीम में जगह मिल गई। उन्होंने बताया कि शुभमन को बचपन से ही शादी समागमों में जाने व यहां तक कि फैशन का भी बिलकुल शौक नहीं है बल्कि उसका केवल क्रिकेट खेलना में ही शौक है तथा उसे किसी अन्य चीज के लिए मजबूर न करें। तीसरे टेस्ट मैच में शुभमन गिल ने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक लगाते हुए 50 रनों की पारी खेली। जबकि दूसरी पारी में 31 रन बनाए। चौथे और अंतिम मैच में जब आस्ट्रेलिया ने चौथी पारी में 300 से अधिक का लक्ष्य दिया, तो सभी को लग रहा था कि यह मैच ड्रा होगा। लेकिन, शुभमन गिल ने 91 रनों की शानदार पारी खेलते हुए भारत को एक मजबूत शुरूआत दी, जिसके चलते भारत यह मैच जीतने में कामयाब हुआ। इस टेस्ट सीरीज के तीन मैचों में शुभमन ने 259 रनों का योगदान दिया। गांव जैमलवाला में दादा-दादी को बधाई देने के लिए गांव के लोग पहुंचे। दादा दीदार सिंह व दादी गुरमेल कौर ने कहा कि पोते ने आज भारत की तरफ से खेलते हुए ऐतिहासिक जीत में योगदान डालकर सपना पूरा कर दिया है। दीदार सिंह ने कहा कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में चयन के बाद शुभमन ने कहा था कि वह शानदार प्रदर्शन करेगा।