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पूजा चौधरी का सपना दुनिया में फहरे बागपत की विजय पताका
श्रीप्रकाश शुक्ला
बड़ौत। छोटी-छोटी आंखों में बड़े-बड़े सपने। छोटे से दिल में बड़ी सी आशा को लेकर जी रही हैं बागपत जिले की एथलेटिक्स प्रशिक्षक पूजा चौधरी। पूजा ने अपने सपनों को साकार करने के लिए बड़ौत में आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी खोल रखी है। कोरोना संक्रमण की वैश्विक बीमारी में जहां देश-दुनिया की सभी खेल गतिविधियां ठहर सी गई थीं वहीं आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी में प्रतिभाशाली एथलीटों का प्रशिक्षण निरंतर जारी रहा।
मूलतः बादशाही चौकी कोटना बड़ौत जिला बागपत निवासी पूजा चौधरी न केवल सपने देखती हैं बल्कि उन्हें पूरा करने के लिए दिन-रात एक करती हैं। पूजा को बचपन से ही खेलों से लगाव रहा है। वह भी एथलेटिक्स में देश के लिए मेडल जीतना चाहती थीं लेकिन खराब आर्थिक और पारिवारिक हालातों ने इनके पैरों पर बेड़ियां डाल दीं। पूजा एक खिलाड़ी के रूप में बेशक उत्तर प्रदेश को गौरवान्वित नहीं कर सकीं लेकिन इन्होंने आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी के माध्यम से देश को पदक विजेता एथलीट देने की कसम खा रखी है। वह चाहती हैं कि यहां का कोई खिलाड़ी न केवल ओलम्पिक खेले बल्कि दुनिया में बागपत की विजय पताका भी फहराए।
हमारा समाज जहां बेटियों को घर की चारदीवारी में कैद रखने को अपना उसूल मानता है वहीं पूजा के माता-पिता ने अपनी बेटी को खेलों के लिए ही समर्पित कर दिया है। पूजा खेलों को ही अपनी पूजा मानकर प्राणपण से लगी हुई हैं। वह कहती हैं कि मैंने जो लक्ष्य तय किए हैं वे कठिन तो हैं लेकिन असम्भव कतई नहीं। पूजा सुबह-शाम युवाओं के जोश और जज्बे को न केवल जीवंत रखे हुए हैं बल्कि उनकी एकेडमी के दो होनहार दीपक बालियान और आर्यन चौहान अपने शानदार कौशल से अपने-अपने इवेंट में भारतीय कीर्तिमान स्थापित करने को लगातार पसीना बहा रहे हैं। दीपक बालियान 200 और 400 मीटर के शानदार राष्ट्रीय धावक हैं तो आर्यन चौहान 800 और 1500 मीटर दौड़ में भारत का गौरव बढ़ाने को बेताब हैं। आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी की जहां तक बात है, यहां से अब तक दर्जनों राज्यस्तरीय एथलीट निकल चुके हैं। इस एकेडमी की खिलाड़ी बेटियां कबड्डी में महारत रखती हैं।
आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी की अध्यक्ष पूजा चौधरी खेलपथ से चर्चा करते हुए कहती हैं कि उन्होंने धनार्जन के लिए नहीं बल्कि बागपत का दुनिया में नाम गौरवान्वित करने के लिए ही एकेडमी खोली है। मैं चाहती हूं कि यहां के एथलीट अपने दमखम से अपना व देश का नाम रोशन करें। सच कहें तो यहां कोई तीन दर्जन एथलीट सागर की उन्मुक्त लहरों की भांति ट्रैक में धूम मचाने को तैयार हो रहे हैं। दीपक बालियान और आर्यन चौहान से पूजा चौधरी को बहुत उम्मीदें हैं। अपनी उम्मीदों और विश्वास पर कायम पूजा इन खिलाड़ियों का हर्जा-खर्चा तक उठाने को हमेशा तैयार रहती हैं। आर्यन चौहान की जहां तक बात है वह इस एकेडमी के उपाध्यक्ष हैं।
पूजा कहती हैं कि जिस तरह किसी परिंदे को उड़ान की तालीम देने की जरूरत नहीं होती और वे खुद अपनी मंजिल तय करते हैं कुछ इसी तरह आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी के होनहारों से भी हम उम्मीद लगाए बैठे हैं। मुझे विश्वास है कि एक दिन हमारे एथलीट ओलम्पिक में पदकों के अकाल को न केवल समाप्त करेंगे बल्कि आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी के गौरव को भी चार चांद लगाएंगे। पूजा कहती हैं कि जो लोग आसमान को छूने का हौसला रखते हैं उन्हें कभी गिर जाने की परवाह नहीं होती। पूजा बताती हैं कि आंचल बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स एकेडमी में सुविधाओं की बेशक कमी हो लेकिन होनहार प्रतिभाओं की कमी कतई नहीं है। हिम्मती और नेकदिल पूजा चौधरी के जज्बे को न केवल सलाम करने का मन करता है बल्कि समाज से उम्मीद की जाती है कि ऐसी शख्सियतों को हरमुमकिन मदद मिले।