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खेल मंत्रालय को महिला हॉकी टीम, दक्षिण एशियाई खेलों के पदक विजेता, शूटर, एथलीट, लिफ्टरों को देनी है पुरस्कार राशि मनु भाकर, सौरभ चौधरी, रानी, मीराबाई जैसे पदक विजेता हैं कैश अवार्ड के इंतजार में खिलाड़ी, खेल संघ कई बार कर चुके हैं तकादा खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले कई खिलाडिय़ों को कैश अवार्ड के रूप में अब तक उनका हक नहीं मिला है। खेल मंत्रालय पदक विजेताओं को लगभग 16 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि नहीं दे पाया है। यह राशि आज की नहीं बल्कि साल 2017 से 2019 तक की है। 2017 में एशियाई चैम्पियन बनने वाली महिला हॉकी टीम, नेपाल में हुए दक्षिण एशियाई खेलों के पदक विजेताओं, 2017 की एशियाई एथलेटिक चैंपियनशिप के पदक विजेताओं समेत कई एथलीट, वेटलिफ्टर, पैरा एथलीट मंत्रालय से पुरस्कार राशि की बाट जोह रहे हैं। विश्व कप फाइनल्स में दो स्वर्ण जीतने वाली शूटर मनु भाकर, सौरभ चौधरी, अभिषेक, वर्मा, अंगदवीर सिंह बाजवा, अंजुम मौद्गिल के अलावा पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी समेत स्वर्ण विजेता टीम के 18 सदस्य, एशियाई एथलेटिक में स्वर्ण जीतने वाले मुहम्मद अनस, स्वप्ना बर्मन, अजय सरोज, जी लक्ष्मणन, पीयू चित्रा, सुधा सिंह के साथ इस फेहरिस्त कई खिलाडिय़ों के नाम शामिल हैं। ये खिलाड़ी और इनके खेल संघ एक नहीं अनगिनत बार खेल मंत्रालय से कैश अवार्ड का तकादा कर चुके हैं, लेकिन उनसे हर बार यही कहा जाता है कि राशि जल्द मिलने वाली है। मनु भाकर जैसे कुछ खिलाडिय़ों की पुरस्कार राशि 90 लाख तक है। शूटरों के लिए एनआरएआई ने मंत्रालय को जूनियर विश्व चैंपियनशिप, विश्व कप, विश्व कप फाइनल्स, एशियाई चैंपियनशिप के पदक विजेताओं के लिए चार करोड़, महिला हॉकी टीम के लिए 1.35 करोड़, कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले वेटलिफ्टरों के लिए 1.30 करोड़, पैरा एथलीटों केलिए एक करोड़, कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले कराटे के खिलाडिय़ों के लिए 57 लाख, यूथ और सीनियर एशियाई एथलेटिक्स के पदक विजेताओं के लिए एथलेटिक फेडरेशन ने डेढ़ करोड़ रुपये की राशि खेल मंत्रालय से मांगी है। वहीं 2019 में नेपाल में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में 173 स्वर्ण समेत 311 पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को साढ़े छह करोड़ रुपये का कैश अवार्ड दिया जाना है। राशि जल्द जारी की जाएगी दिक्कत कोरोना के चलते मंत्रालय के बजट में की गई कटौती है। मंत्रालय का दावा है कि पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि जल्द दी जाएगी। राशि में देर की वजह कई खिलाडिय़ों का अपना सही एकाउंट नहीं देना या फिर पुरस्कार राशि दिए जाने से पहले साई की ओर से की जाने वाली छानबीन निकली आपत्तियां हैं। हालांकि मंत्रालय ने सभी खेल संघों से कैश अवार्ड के बकाए की जानकारी मांग ली थी, जिसे संघों ने उपलब्ध भी करा दिया है।