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नई दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) महासचिव कुशल दास ने कहा कि उम्मीद है कि कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद भी भारत एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) पुरुष एशियाई कप 2027 की मेजबानी हासिल करने में सफल रहेगा। भारत फीफा अंडर-17 पुरुष विश्व कप की सफल मेजबानी के बाद भारत अगले साल फरवरी- मार्च में अंडर-17 महिला विश्व की मेजबानी की तैयार है। इसके अलावा भारत ने एएफसी महिला एशियाई कप 2022 की मेजबानी का दावा भी पेश किया हैं। कुशल दास ने एआईएफएफ टेलीविजन से कहा, ''हमने एएफसी एशियाई कप 2027 के लिए मेजबानी के लिए दावा पेश किया हैं लेकिन इस दौड़ में फुटबॉल के कई बड़े देश भी है जिससे हमें कड़ी चुनौती मिलेगी।'' उन्होंने कहा, ''कतर, सऊदी अरब, ईरान और उज्बेकिस्तान ने भी अपनी दिलचस्पी जताई हैं। कतर 2022 में फीफा विश्व कप की मेजबानी करेगा ऐसे में वहां सुविधाएं और आधारभूत संरचनाएं शीर्ष श्रेणी की होगी। हम अपनी रणनीतियों को देखेंगे और उसी मुताबिक काम करेंगे।'' दास ने कहा, ''हमें उम्मीद हैं कि हम इसकी मेजबानी के साथ 2022 में एएफसी महिला एशियाई कप के मेजबानी अधिकार भी हासिल करेंगे।'' दास ने कहा कि एआईएफएफ को वैश्विक प्रतियोगिताओं की मेजबानी का विचार फीफा के तकनीकी निदेशक ने 2013 में दिया था। कुशल दास ने कहा, ''मुझे याद है कि यह कहां से शुरू हुआ था। मैं फीफा के तकनीकी निदेशक से बात कर रहा था जो हमारे युवा विकास कार्यक्रम की बैठक के लिए बेंगलुरु आए थे। उन्होंने फीफा अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी का दावा पेश करने का सुझाव दिया। यह 2013 की बात है।'' उन्होंने कहा, ''हमें इस बात की आशंका थी कि क्या फीफा हमें उस कद का टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार देगा। फीफा के तकनीकी निदेशक ने बताया कि फीफा के लिए भारत काफी अहम है।'' उन्होंने कहा, ''हमें 2014 में मेजबानी का अधिकार मिला और हमने काम करना शुरू किया।'' इस विश्व कप (2017 फीफा अंडर-17 विश्व कप) को रिकॉर्ड संख्या में दर्शकों ने देखा था। उन्होंने कहा कि अंडर-17 विश्व कप की सफल मेजबानी के बाद अधिक प्रतियोगिताओं की मेजबानी के लिए उनका हौसला बढ़ा। कुशल दास ने कहा, ''2017 के बाद हमारा आत्म विश्वास काफी बढ़ा और अब हम 2021 में महिला अंडर-17 विश्प कप के लिए लगभग तैयार है। कोरोना वायरस के कारण इसमें रूकावट आई है, लेकिन उम्मीद है हम इस बाधा को सफलतापूर्वक पार कर लेंगे।''