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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की सारी ताकत आईपीएल के 13वें सत्र को कराने पर लगी हुई हैं और भारतीय महिला क्रिकेट पर किसी का ध्यान नहीं है जबकि महिला टीम ने इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया में हुए टी-20 विश्व कप का फाइनल खेला था। कोरोना को लेकर उपजे मौजूदा हालात में भारतीय महिला क्रिकेट को आगे बढ़ने का रास्ता नजर नहीं आ रहा है क्योंकि इस वर्ष भारतीय टीम का इंग्लैंड दौरा रद्द हो गया है, टी-20 चैलेंज को लेकर संदेह बना हुआ है और अभी तक चयन पैनल का भी गठन नहीं हुआ है। पूर्व भारतीय महिला कप्तान एवं बीसीसीआई की सर्वोच्च परिषद की सदस्य शांता रंगास्वामी ने क्रिकइन्फो से इस संकट को लेकर कहा कि प्रकृति ने भी महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ साजिश शुरू कर दी है। चीजों को आगे बढ़ाने के प्रयासों को लेकर स्थिति क्या है? महिला क्रिकेट टी-20 चैलेंज को लेकर स्थिति क्या है कुछ भी स्पष्ट नहीं है। इस वर्ष जुलाई-अगस्त में महिला क्रिकेट टीम को बाइलेटरल सीमित ओवरों की सीरीज के लिए इंग्लैंड जाना था लेकिन यह दौरा कोरोना वायरस महामारी के कारण रद्द हो गया। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कारण महिला टी-20 चैलेंज का इस वर्ष होना मुश्किल दिखाई दे रहा है। महिला टी-20 चैलेंज का आयोजन आईपीएल से इतर होना था लेकिन इसका ऑस्ट्रेलिया की महिला बिग बैश लीग से टकराव हो सकता है। इस वर्ष आईपीएल 19 सितंबर से लेकर 8 नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात में होगा जबकि महिला बिग बैश लीग का आयोजन 17 अक्टूबर से 29 नवंबर तक होगा।