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नई दिल्ली। एथलेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने हिमा दास और जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के विदेशी कोच गेलिना बुखारिना और डॉ. क्लॉस बार्टोनेइट्ज को 65 साल से अधिक उम्र होने के बावजूद अगले वर्ष ओलंपिक तक बरकरार रखने का फैसला लिया है। इन दोनों को उनकी उम्र के चलते साई ने ट्रेनिंग की इजाजत नहीं दी है। इनका अनुबंध बढ़ाने की सिफारिश एएफआई ने साई से की है। फेडरेशन का तर्क है कि गेलिना और क्लॉस के संरक्षण में 400 मीटर और जेेवलन थ्रो में जबरदस्त सुधार हुआ है। हिमा, नीरज और शिवपाल सिंह की सफलता में इन दोनों का हाथ है। एक अन्य दिग्गज जेवलिन थ्रोअर रहे जर्मनी के यू हॉन का अनुबंध भी बढ़ाने की सिफारिश की है। हालांकि नीरज और शिवपाल पहले हॉन के पास ही थे, लेकिन बाद में दोनों ने क्लॉस का दामन थाम लिया। हॉन अपने समय में 100 मीटर से अधिक दूरी तक भाला फेंकने वाले एकमात्र जेवलिन थ्रोअर रहे हैं। वहीं अपने देश यूक्रेन जा चुके हेप्टाथलान कोच अनातोली फेतयेव का अनुबंध नहीं बढ़ेगा। रोमानिया के जंप कोच बेड्रोस बेड्रोसियां और थ्रोइंग कोच यूक्रेन के यूरी मिनाकोव भी साल के अंत तक बने रहेंगे। यह दोनों भारत में ही हैं। सभी विदेशी कोचों का अनुबंध 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। शूटिंग कोच रहेंगे बरकरार : राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) ने भी अपने दोनों विदेशी कोच पॉवेल स्मिरनॉव (पिस्टल) और ओलेग मिखाइलोव (राइफल) का अनुबंध बढ़ाने की सिफारिश की है। यह दोनों दिल्ली में ही हैं। स्कीट कोच एनियो फाल्को की भी सेवाएं एनआरएआई जारी रखेगा, लेकिन उन्हें दौरे के हिसाब से बुलाया जाएगा।