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लड़ाई न थमी तो खेलों का होगा नुकसान खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने इस संस्था की अंदरूनी लड़ाई अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) तक पहुंचने के बाद रविवार को गुटबाजी को खत्म करने की मांग की। आईओए और एफआईएच दोनों के अध्यक्ष के रूप में बत्रा के चुनाव पर आईओए महासचिव राजीव मेहता ने सवाल उठाया था। जिसके बाद दोनों के बीच खींचातानी चल रही थी। बत्रा ने कहा, 'मैं सभी अधिकारियों और आईओए के सदस्यों से अपील करता हूं कि वे गुटबाजी से दूर रहें और एथलीटों के सर्वोत्तम हितों और उनके संबंधित खेलों के विकास के लिए सहयोग देने का काम करें।' आईओए के अंदर की लड़ाई अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) और एफआईएच (अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ) के दरवाजे तक पहुंच गयी थी। बत्रा और मेहता ने कोविड-19 महामारी के बाद देश में खेल गतिविधियों को फिर से शुरू करने पर भिन्न विचार रखे थे।