News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
मानसिक और शारीरिक समस्या से निपटने में मददगार है यह सब चण्डीगढ़। कोविड-19 महामारी का प्रभाव कम होता नहीं दिख रहा जिससे शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर रोजमर्रा की एक जैसी ट्रेनिंग की बोरियत को खत्म करने के लिए खेतों में ट्रैक्टर चलाने के अलावा अपने शौक जैसे पेंटिंग और घुड़सवारी करने में समय बिता रही हैं। मनु का कहना है कि इससे उन्हें मानसिक और शारीरिक समस्या से निपटने में मदद मिल रही है। कोविड-19 महामारी के चलते अभी खेल गतिविधियां शुरू नहीं हो पाई हैं, जिससे मनु हरियाणा के झज्जर जिले में अपने गांव गोरिया में ट्रेनिंग करने में जुटी हैं। 18 वर्ष की निशानेबाज हालांकि शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए अन्य चीजें भी कर रही हैं। मनु का कहना है कि कोरोना महामारी को शुरू हुए काफी समय हो चुका है ऐसे में अपने को मानसिक रूप से तरोताजा रखने को मैं पेंटिंग करने के अलावा घुड़सवारी कर रही हूं और खेतों में ट्रैक्टर भी चला रही हूं। टोक्यो ओलम्पिक भी अगले साल तक स्थगित हो चुके हैं और कई अन्य प्रतियोगितायें भी स्थगित हो गई या रद्द हो गई हैं तो खिलाड़ियों के लिए ध्यान एकाग्रचित्त रखना चुनौती बन जाता है। उन्होंने कहा, ''मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रही हूं और ध्यान केंद्रित किए हूं।''उन्होंने कहा, ''योग और ध्यान इसमें काफी अहम भूमिका निभाते हैं, विशेषकर कोविड-19 द्वारा पैदा हुई इन मुश्किल परिस्थितियों में। इनसे मानसिक और शारीरिक समस्या निपटने में मदद मिलती है। जब आप ध्यान लगाते हो तो आप मानसिक रूप से काफी मजबूत होते हो, आप जानते हो कि एकाग्र कैसे हुआ जाए।'' यह पूछने पर कि जब चीजें सामान्य होंगी और खेल गतिविधियां शुरू होंगी तो खिलाड़ियों को किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है तो मनु ने कहा कि उनके लिए यह ज्यादा समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा, ''हमने हाल के दिनों में कोई टूर्नामेंट नहीं खेला। शिविर भी रद्द हो गये। लेकिन मैं अपने गृहनगर में ट्रेनिंग कर रही हूं ताकि मेरा ध्यान केंद्रित रहे।''