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पेरिस। ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों के डोपिंग मामले को छुपाने के लिए अवैध रूप से भुगतान के आरोप से जुड़े मुकदमे की सोमवार को यहां सुनवाई शुरू हुई। पेरिस अदालत में रूसी एथलीटों के द्वारा कथित रूप से डोपिंग को छिपाने के लिए लाखों डॉलर के रिश्वत देने की के मामले की सुनवाई शुरू हो गयी जो छह दिन तक चलेगी।
आरोप है कि इस रिश्वत के कारण रूस के दागी खिलाड़ियों को 2012 में ओलंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिला।इस मामले में एथलेटिक्स महासंघों के अंतरराष्ट्रीय संघ (आईएएएफ) के 16 साल तक अध्यक्ष रहे लामिने डियाक मुख्य आरोपी है। 87 साल के डियाक सफेद मास्क लगाकर अदालत में मौजूद थे। अदालत ने लामिने डियाक के बेटे मस्साता डियाक के वकील कि वह अर्जी भी खारिज कर दी जिसमें उन्होंने यात्रा प्रतिबंधों के कारण उनके दो वकीलों के यहां पहुंचने में असमर्थ होने के कारण मामले की सुनवाई टालने का आग्रह किया था।अभियोजन पक्ष का आरोप है कि लामिने ने खिलाड़ियों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 3.9 मिलियन डॉलर (लगभग 29.41 करोड़ रूपये) लिये जिससे वे प्रतिस्पर्धा जारी रख सके। इसमें लगभग 25 एथलीटो का संबंध रुस से है।एपी आनन्द पंतपंत(यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है।