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कोलकाता। शिबनाथ सरकार और प्रणब बर्धन की एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता जोड़ी को भारतीय ब्रिज महासंघ ने प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया है। बर्धन और सरकार ने जकार्ता एशियाई खेलों की ब्रिज प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था। बर्धन (अभी 62 साल) भारत के सबसे उम्रदराज एशियाई चैंपियन बने थे।
प्रणब बर्धन ने जाधवपुर में अपने आवास से बताया कि, ''गलती से पिछले साल हमारे नामों का नामांकन नहीं हो पाया था और यह हमारे लिए लंबा इंतजार रहा। उम्मीद है कि हमें इस साल यह पुरस्कार मिलेगा, जिससे देश में इस खेल को नई दिशा मिलेगी।''
ब्रिज महासंघ ने इन दोनों के पास एक फॉर्म भेजा है और उसे दो दिन में भरकर भेजने के लिए कहा है। नामांकन की अंतिम तिथि तीन जून है। बर्धन और भादुड़ी पिछले दो दशक से भी अधिक समय से ब्रिज खेल रहे हैं। उन्होंने कहा, ''मेरा पूरा जीवन इस खेल का समर्पित रहा है। लोग पहले ताश का खेल खेलने के लिए हमारी खिल्ली उड़ाते थे, लेकिन 2018 में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक ने सभी का नजरिया बदल दिया है।''
बता दें कि ब्रिज को पहली बार एशियाई खेलों में शामिल किया गया था। इस भारतीय जोड़ी ने चीन के लिक्सिन यांग और गांग चेन (378 अंक) को पीछे छोड़कर सोने का तमगा हासिल किया था। गोल्ड मेडल जीतने के बाद बर्धन ने कहा था, ''यह खेल तर्क पर आधारित है। यह शतरंज की तरह माइंड गेम है लेकिन उससे अधिक चुनौतीपूर्ण है। शतरंज में दो खिलाड़ी एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं। यहां आपको अपने साथी के साथ खेलना होता है जिससे आप मैच के दौरान बात नहीं कर सकते। आपको एक दूसरे की चाल को समझना होता है।"