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नयी दिल्ली। पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) से आग्रह किया है कि उन्हें विदेशी स्ट्रेंथ एवं कंडीशनिंग कोच मुहैया कराया जाए, जो चोटों के मामले में मदद करे। पच्चीस साल की इस भारोत्तोलक ने टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के तहत यह आग्रह किया है, जिसे भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) ने साई के पास भेज दिया है। कमर के चोट के बाद पिछले साल सफल वापसी करने वाली मीराबाई ने कहा, ‘भारोत्तोलन में चोट की काफी आशंका रहती है, इसलिए मैंने लॉकडाउन से पहले टॉप्स समिति से स्ट्रेंथ एवं कंडिशनिंग कोच का आग्रह किया था।’ गोल्ड कोस्ट में 2018 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के बाद मीराबाई को कमर में चोट लगी थी। इसके कारण उन्हें 9 महीने तक खेल से दूर रहना पड़ा था। स्ट्रेंथ एवं कंडिशनिंग कोच खिलाड़ियों को मजबूत बनाने वाली एक्सरसाइज बताता है और रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाता है। राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने कहा, ‘अगर आप भारोत्तोलकों से इतने शीर्ष स्तर पर प्रदर्शन की उम्मीद करते हो और चाहते हो कि वे विश्व स्तरीय प्रदर्शन करें तो स्ट्रेंथ एवं कंडिशनिंग कोच अनिवार्य है। वे रिहैबिलिटेशन में ही मदद नहीं करेगा, बल्कि शरीर की छोटी मांसपेशियों को भी मजबूत बनाने में योगदान देगा।’