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बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और साई नहीं कर पा रहे मदद
नई दिल्ली। भारतीय महिला बॉक्सिंग टीम के इटालियन कोच राफेल बरगमास्को कोरोना वायरस के चलते देश में घोषित लॉकडाउन के चलते इंदिरा गांधी स्टेडियम कैंपस में अकेले फंसे हुए हैं। पूरे स्टेडियम में बरगमास्को को छोड़ दूसरा अन्य कोई व्यक्ति नहीं है। ऊपर से आईजी स्टेडियम के हॉस्टल का वाई-फाई खराब हो जाने से राफेल को इटली में कैंसर से जूझ रही अपनी पत्नी से बात करने में परेशानी हो रही है। राफेल लगातार अपनी स्थिति से बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और साई को अवगत करा रहे हैं, लेकिन दोनों ही उनकी चाह कर भी मदद नहीं कर पा रहे हैं। दरअसल राफेल पिछले 15-16 दिनों से आईजी स्टेडियम के हॉस्टल में फंसे हैं। अम्मान (जार्डन) में ओलंपिक क्वालिफाइंग से लौटने के बाद उन्हें आईजी स्टेडियम में एकांतवास में भेज दिया गया था। उन्हें कमरे से भी निकलने की इजाजत नहीं थी। कमरे के बाहर से ही उन्हें खाना उपलब्ध करा दिया जाता है। दो से तीन दिन पहले बरगमास्को का एकांतवास खत्म हुआ है। उन्होंने साई से गुहार लगाई है कि कम से कम हॉस्टल का वाई-फाई ठीक करा दिया जाए जिससे वह कैंसर से जूझ रही अपनी पत्नी से बात कर लिया करें। हालांकि उनके मोबाइल में इंटरनेट है, लेकिन उसकी स्पीड इतनी कम है कि वह अपने रोजमर्रा के काम भी नहीं कर पाते हैं। साई ने फिलहाल राफेल का खाने बनाने के लिए कुक और सफाई कर्मी को तैनात रखा है। नेहरू स्टेडियम में शिफ्ट करने का दिया विकल्प दिक्कत यह है कि आईजी स्टेडियम के आसपास न तो कोई घरेलू इलाका है और न ही बाजार है, जहां से राफेल जरूरत का कुछ सामान ले सकें। साई ने उन्हें नेहरू स्टेडियम के हॉस्टल में शिफ्ट करने का विकल्प दिया था, लेकिन अब नेहरू स्टेडियम को भी एकांतवास सेंटर में तब्दील किए जाने के आदेश निकाले जा चुके हैं। रही बात वाई-फाई ठीक कराने की तो लॉक डाउन की वजह से इसे ठीक नहीं कराया जा पा रहा है।