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IOC पर है खेल संघों का दबाव
खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा है कि कोरोनो वायरस की महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक को स्थगित करना अनिवार्य हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर बढ़ते दबाव के बाद उन्होंने सोमवार को माना कि कोविड-19 से खतरे को देखते हुए ओलंपिक को स्थगित करने पर फैसला किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आईओसी पर भी बाकी के कई देशों के खेल संघ और एथलीट का दबाव है। जापान के पीएम शिंजो आबे के इस बयान के बाद अब यह तो तय माना जा रहा है कि टोक्यो ओलंपिक अपने तय समय से शरू नहीं हो पाएगा। ओलंपिक खेलों का आगाज 24 जुलाई से होना है। कनाडा ने साफ कह दिया है कि वह इन खेलों में अपना दल नहीं भेजेगा। आईओसी जापान सरकार वैश्विक खेल अधिकारियों, प्रसारकों और प्रायोजकों से बात करके फैसला लेगी। आईओसी अध्यक्ष थामस बाक ने खिलाडि़यों को पत्र लिखकर बताया है कि इस फैसले में इतना समय क्यों लग रहा है। उन्होंने लिखा कि, मैं जानता हूं कि इस अभूतपूर्व स्थिति में आपके जेहन में कई सवाल होंगे। मैं जानता हूं कि इस जज्बाती समय में इस तरह का व्यवहारिक रवैया आपको सही नहीं लगेगा ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने कहा- एथलीट 2021 की तैयारी करें अमेरिका समेत कई देशों ने इसे स्थगित करने की मांग की है, लेकिन आईओसी अभी तक इस पर अपना रुख साफ नहीं कर पाया है। ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक अधिकारियों ने कहा है कि अब यह साफ है कि टोक्यो ओलंपिक गेम्स अपने निर्धारित शेड्यूल के अनुसार आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसलिए हमने अपने सभी एथलीट को कह दिया है कि वो अब 2021 ओलंपिक गेम्स की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण देश और विदेश में बदलती परिस्थितियों में ऑस्ट्रेलियाई टीम इकट्ठी नहीं हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने कहा कि खेलों को स्थगित करने हैं या नहीं इस बारे में फैसला करने के लिए चार सप्ताह की जरूरत है। इसलिए बढ़ा है दबाव अमेरिकी तैराकी संघ ने आगाह किया था कि तैराकों पर अभ्यास करने पर संक्रमित होने का खतरा मंडराता रहेगा फ्रांसीसी तैराकी महासंघ, नार्वे ओलंपिक समिति और खिलाड़ियों ने भी ओलंपिक को स्थगित करने का समर्थन किया स्पेन के एथलेटिक्स महासंघ ने खेलों को टालने के लिए अपनी आवाज उठाई ब्रिटेन के एथलेटिक्स महासंघ ने भी अनिश्चितता के माहौल में आयोजन को लेकर सवाल उठाए