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नई दिल्ली। पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस की वजह से खिलाड़ी घर में कैद होने को मजबूर हैं। ज्यादातर खिलाड़ी इसकी वजह से बोर हो रहे हैं। भारत की बैडमिंटन स्टार साइया नेहवाल ने इस दौर का अनुभव सबके साथ साझा किया है। उन्होंने कहा है कि जिंदगी इस समय काफी बोरिंग हो गई है और मैं भी काफी आलसी हो गई हूं। टोक्यो ओलंपिक को लेकर स्टार खिलाड़ी ने बताया है कि वो इस समय काफी चिंतित और कन्फ्यूज हैं। उन्होंने इसका कारण बताया है कि टोक्यो ओलंपिक पर अब तक कोई फैसला नहीं आया है। ऐसे में ज्यादातर खिलाड़ी इसको लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं।
साइना नेहवाल ने कहा है सोचिए तब क्या होगा जब वर्ल्ड फुटबॉल फेडरेशन पांच हफ्ते बाद कह देगा कि ओलंपिक को रद्द या स्थगित किया जाएगा। ऐसा होने पर हमारा क्या होगा। हमें तो इस समय बस फिट रहने की जरूरत है। इंटरनेशनल ओलंपिक समिति ने एक बयान जारी करके एथलीटों से कहा है कि ओलंपिक पर जो भी फैसला लिया जाए, उसको मानना चाहिए। यह एक असाधारण स्थिति है जिसमें असाधारण समाधान की आवश्यकता होती है, जो संभव नहीं है और प्रैक्टिकल है।
इससे पहले कोरोना वायरस पर बढ़ती चिंता के बीच भारत के खेल मंत्री किरन रिजिजू ने गुरुवार को खिलाड़ियों को टोक्यो ओलिंपिक पर बयानबाजी से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस वक्त खिलाड़ी या फेडरेशन से जुड़े लोगों को ओलिंपिक से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं उठाना चाहिए। क्योंकि किसी को यह नहीं पता कि 3 महीने बाद क्या होने वाला है। मौजूदा हालात में हमें ओलिंपिक के आयोजन से जुड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सरकार के निर्देशों के मुताबिक ही कुछ कहना चाहिए।