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खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में दुती चंद, हरमिलन ने नए रिकार्ड बनाए खेलपथ प्रतिनिधि भुवनेश्वर। पंजाब विश्वविद्यालय ने उड़ीसा के भुवनेश्वर में केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में 46 पदकों के साथ ओवरआल चैम्पियनशिप जीत ली है। पंजाब यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों ने 17 स्वर्ण पदक, 19 रजत पदक और 10 कांस्य पदक अपने नाम किये। दूसरे नंबर पर सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी पुणे (महाराष्ट्र) को कुल 37 पदक मिले जबकि पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला को तीसरा स्थान मिला। पंजाबी यूनिवर्सिटी को 13 गोल्ड, 6 सिल्वर और 14 ब्रांज मेडल मिले। महर्षि दयनांद यूनिवर्सिटी रोहतक को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा और उसके खाते में 11 गोल्ड, 11 सिल्वर और 11 ही ब्रांज मेडल आये। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में दुती चंद, हरमिलन जैसी होनहार बेटियों ने नए रिकार्ड बनाए। पीयू के खेल निदेशक डॉ. परमिंदर सिंह अहलूवालिया और पीयू के खेल समिति की सदस्य सीनेटर डॉ. नीरू मलिक ने बताया कि सबसे ज्यादा तैराकी में 6 स्वर्ण, 4 रजत और 1 कांस्य मिला है जबकि बॉक्सिंग में 3 गोल्ड और एक ब्रांज मेडल मिला है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, एथलेटिक्स और तलवारबाजी में 2-2 गोल्ड मेडल मिले हैं। पीयू के डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स राकेश मलिक ने कहा कि यह होनहार खिलाड़ियों की जीतोड़ मेहनत, कोच और ग्राउंड स्टाफ के मिले-जुले प्रयासों का फल है। कुलपति प्रो. राज कुमार ने इसके लिये खेल विभाग के अधिकारियों, प्रशिक्षकों, स्टाफ व खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि जिस प्रकार से पिछले साल मॉका ट्राफी जीती थी उम्मीद है कि इस बार भी हमारे खिलाड़ी इस परम्परा को बरकरार रखेंगे। एजेंसी के मुताबिक खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल शानदार समारोह के बाद समाप्त हुए। समापन समारोह में ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, खेल मंत्री किरेन रिजीजू, भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा मौजूद थे। रिजीजू ने कहा, ‘खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों का पहला चरण सफल रहा। सभी प्रतिभागियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। अब हमारा लक्ष्य है कि इनका युवा खेलों के साथ लगातार आयोजन किया जाये। हमारे भविष्य के ओलम्पिक पदकधारियों के लिये यह बढ़िया मंच प्रदान करेगा। हमारा लक्ष्य 2028 ओलम्पिक के बाद पदक तालिका में शीर्ष 10 में आने का है।’