News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
नई दिल्ली। भारतीय टीम पांचवें विश्व खिताब का लक्ष्य लेकर मैदान पर उतरी थी, लेकिन बांग्लादेश की टीम ने उसकी बादशाहत खत्म कर दी। बांग्लादेश के गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और नया इतिहास रच दिया। बांग्लादेश की टीम ने सभी को चौंकाते हुए आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में गत चैंपियन भारतीय टीम को डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर तीन विकेट से हराकर खिताब जीत लिया। फाइनल मैच के बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने टीम इंडिया के क्रिकेटरों के साथ बदसलूकी की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बांग्लादेश पहली बार इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में पहुंचा और विश्व चैंपियन का ताज पहना। खास बात यह है कि बांग्लादेश क्रिकेट के इतिहास में किसी भी स्तर पर यह पहला विश्व कप खिताब है। वह इस टूर्नामेंट में अजेय रही और कोई मैच नहीं हारी। फाइनल मैच के तुरंत बाद मैदान पर जो हुआ वो हैरान कर देने वाला था। जीत के साथ बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों के साथ बदसलूकी की। जीत के बाद खुशी मनाते मैदान पर पहुंचे बांग्लादेशी खिलाड़ियों में से एक खिलाड़ी मैदान पर मौजूद भारतीय खिलाड़ी के पास पहुंचा और उसके सामने खड़ा हो गया। यही नहीं, बांग्लादेशी खिलाड़ी ने कुछ भड़काऊ बात भी कही, जिसके बाद सामने खड़े भारतीय खिलाड़ी ने उसे हाथ से दूर हटाया। इसके बाद मैदान पर मौजूद अंपायर ने दोनों खिलाड़ियों को एक दूसरे से दूर किया। बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने इस मैच में कई बार भारतीय खिलाड़ियों के सामने अनर्गल बातें भी कहीं। बाद में बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने अपनी टीम के खिलाड़ियों द्वारा प्रदर्शित आक्रमकता पर अफसोस जताते हुए कहा-जो हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण था। यशस्वी का आउट होना भारत को भारी पड़ा शानदार बल्लेबाजी कर रहे ओपनर यशस्वी जायसवाल के आउट होने के साथ ही भारतीय टीम की पकड़ से मैच निकल गया। भारत का स्कोर एक समय 39 ओवर में तीन विकेट पर 156 रन था। ऐसा लग रहा था कि टीम आसानी से 230 रन तक बना लेगी जो इस मुश्किल विकेट पर अच्छा स्कोर साबित होता। लेकिन 88 रन पर खेल रहे जायसवाल ने मीडियम पेसर शौरीफुल इस्लाम की एक शॉर्ट पिच गेंद पर पुल शॉट खेला जो हवा में चला गया। तनजीद हसन ने आसान कैच लेकर जायसवाल की पारी का अंत कर दिया। उनके आउट होने के बाद भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। फिर चमके यशस्वी जायसवाल पूरे टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी करने वाली भारतीय टीम ने फाइनल में निराशाजनक प्रदर्शन किया और यही उसकी हार का कारण बना। भारतीय गेंदबाजों ने 19 वाइड सहित 33 अतिरिक्त रन लुटाकर बल्लेबाजों की असफलता के जले पर नमक छिड़कने का काम किया। यशस्वी जायसवाल ने एक बार फिर बेहतरीन बल्लेबाजी की और 121 गेंदों में आठ चौके और एक छक्के की मदद से 88 रन बनाए, लेकिन बाकी बल्लेबाजों ने निराश किया।