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टोक्यो एजेंसी। टोक्यो ओलंपिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बुधवार को स्वीकार किया कि आयोजक इस साल होने वाले खेलों पर नये कोरोना वायरस से पड़ने वाले संभावित प्रभाव को लेकर काफी चिंतित हैं। तोशिरो मुटो ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चीन में जल्द ही इसका निपटारा कर लिया जायेगा ताकि ओलंपिक से पहले चिंता कम हो जाये। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय परालंपिक समिति (आईपीसी) के साथ बैठक से पहले कहा, ‘हम इस बात से काफी चिंतित हैं कि इस वायरस के संक्रमण से खेलों की तैयारियों पर असर पड़ सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि इसे जल्द से जल्द खत्म कर दिया जाये। हम आईओसी (अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति), आईपीसी, सरकार और टोक्यो शहर को इस बीमारी से बचने के लिये पूरी तरह से सहयोग करेंगे।’ चीन में इस वायरस से करीब 500 लोगों की मौत हो गयी है और कम से कम 24,000 लोग इससे संक्रमित हैं। 20 से ज्यादा देशों ने कोरोना वायरस के मामलों की पुष्टि की है। जापान में हालांकि अभी तक इससे किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन 3,711 लोगों को ले जा रहे क्रूज जहाज में कम से कम 10 लोग इससे संक्रमित हैं। टोक्यो के गर्वनर यूरिको कोइके ने कहा, ‘हम खिलाड़ियों को बचाने के लिये सबकुछ करेंगे ताकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।’ जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने इस हफ्ते के शुरू में कहा था कि देश विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर काम करेगा ताकि टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में बाधा नहीं पड़े। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि था जापान वायरस के लिये ‘रैपिड परीक्षण किट’ भी बना रहा है। कोरोना वायरस के कारण चीन में मुक्केबाजी और बैडमिंटन की ओलंपिक क्वालीफाइंग स्पर्धायें रद्द कर दी गयीं। टोक्यो ओलंपिक 24 जुलाई से जबकि परालंपिक 25 अगस्त से शुरू होंगे।
एशियाई चैंपियनशिप के लिए चीन के पहलवानों को प्रवेश का आश्वासन नयी दिल्ली : भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने बुधवार को कहा कि उसे सरकार से आश्वासन मिला है कि घातक कोरोना वायरस से जुड़े खतरे के बावजूद चीन के पहलवानों को आगामी एशियाई चैंपियनशिप के लिए देश में आने से नहीं रोका जाएगा। भारत सरकार ने चीन के लोगों के लिए ई-वीजा की सुविधा निलंबित कर दी है क्योंकि इस विषाणु के फैलने का डर है जिसके कारण अब तक 490 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। डब्ल्यूएफआई को चैंपियनशिप के लिए चीन के 40 सदस्यीय मजबूत दल के आने की उम्मीद है। विदेश मामलों के मंत्रालय से आश्वासन के बाद इस टूर्नामेंट का आयोजन 18 से 23 फरवरी तक किया जाएगा। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय से आग्रह किया है कि पाक के पहलवानों को भी वीजा सुनिश्चित किया जाए। खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने भी आश्वस्त किया कि चीन और पाकिस्तान के पहलवानों को वीजा दिलाने में कोई समस्या नहीं होगी। रीजीजू ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस एक महामारी है और यह स्वास्थ्य संबंधित मुद्दा है। स्वास्थ्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय इसकी देखभाल करेगा। यह संवेदनशील मुद्दा है लेकिन हमें अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी करनी होगी।’ चीन कुश्ती महासंघ (सीडब्ल्यूए) ने डब्ल्यूएफआई को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि उनके पहलवानों की चैंपियनशिप में हिस्सा लेने में मदद की जाए। डब्ल्यूएफआई ने हालांकि स्पष्ट किया है कि चीन के पहलवानों को उस प्रोटोकाल से गुजरना होगा जिसे इस विषाणु के संक्रमण की पहचान करने के लिए तय किया गया है।