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अंतरराष्ट्रीय शतरंज के सबसे सफल खिलाड़ियों में शुमार पांच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथ आनंद की किताब 'माइंड मास्टर्स का शुक्रवार को यहां भव्य समारोह में विमोचन किया गया। द हिन्दू प्रकाशन समूह के अध्यक्ष एन राम ने खेल लेखक सुसैन निनान की मौजूदगी में इस किताब का विमोचन किया। इस मौके पर एन राम से बातचीत करते हुए आनंद ने कहा, ''अगर आपको शतरंज से लगाव है तो आपको कंप्यूटर के युग में रहने और खेलने का आनंद लेना चाहिए क्योंकि कंप्यूटर ने असीम संभावनाओं को खोल दिया है। आनंद ने कहा कि उन्होंने इस किताब में शतरंज और कम्प्यूटर के विभिन्न पहलुओं के बारे में लिखा है जिसमें इस खेल में आये बदलाव का भी जिक्र है।
अवॉर्ड
वह पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिसे राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया गया। उन्होंने यह अवार्ड 1991-92 में दिया गया। यह भारत का सबसे बड़ा खेल अवार्ड है। 2007 उन्हें भारत का दूसरा सबसे बडा नागरिक सम्मान दिया गया। पद्मश्री मिलने के बाद आनंद पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिसे यह अवार्ड मिला था।
करियर
2010 में भी उन्होंने अपने विश्व चैंपियन खिताब को वेसेलिन टोपालोव को हराकर जीता। 2012 में भी आनंद वर्ल्ड चैंपियन बने। उन्होंने बोरिस गेलफैंड को हराया था। 2013 में वह मैग्नस कार्लसन से हार गए और 2014 में भी वह कार्लसन के खिलाफ जीत हासिल नहीं कर सके।
2006 में आनंद शतरंज के इतिहास के ऐसे चौथे खिलाड़ी बने जिसने एफआईडीई की रेटिंग लिस्ट में 2800 एलो मार्क्स हासिल किए थे। उनके अलावा गैरी कास्परोव, व्लादिमिर क्रेमनिक और वेसेलिन टोपालोव यह कर पाए हैं। आनंद पूरे 21 महीनों तक नंबर वन बने रहे तो छठवां सबसे लंबा रिकॉर्ड है।