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छह बार महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियन रह चुकीं एमसी मेरीकोम और पूर्व जूनियर वर्ल्ड चैंपियन निकहत जरीन के बीच ट्रायल मुकाबला खेला जाएगा। अगले साल होने वाले ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में भारत की ओर से 51 किग्रा वर्ग में इन दोनों में से कौन खेलने उतरेगा, उसका फैसला इस ट्रायल मुकाबले के नतीजे से होगा। पिछले काफी समय से निकहत इसकी मांग कर रही थीं और इसके लिए उन्होंने खेल मंत्री किरेन रिजुजू को खत भी लिखा था। वहीं मेरीकोम पहले ही कह चुकी हैं कि उन्हें किसी ट्रायल मुकाबले से डर नहीं लगता है।
सूत्रों की मानें तो बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई), स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI), स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री के ऑफिशियल्स और विदेशी कोचों के बीच हुई मीटिंग के बाद इस पर फैसला लिया गया है। मेरीकोम ने इस साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रोन्ज मेडल जीता था और उन्हें इसी के आधार पर ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में भेजने की बात चल रही थी, जबकि नियम के मुताबिक वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड या सिल्वर मेडल जीतने वाली एथलीट को ही ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में डायरेक्ट एंट्री मिलेगी, बाकी सभी को ट्रायल्स मुकाबला खेलना होगा।
ओलंपिक क्वॉलिफायर्स अगले साल फरवरी में चीन में खेले जाएंगे। निकहत ने खेल मंत्री को खत में लिखा था, 'मैं किशोरावस्था से ही मेरीकोम से प्रेरित रही हूं। इस प्रेरणा के साथ न्याय करने का सबसे अच्छा तरीका यही हो सकता है कि मैं उनकी तरह एक महान मुक्केबाज बनने का कोशिश करूं। क्या मेरीकोम खेल की इतनी बड़ी शख्सियत हैं कि उन्हें प्रतिस्पर्धा से दूर रखने की जरूरत है।' वहीं मेरीकोम ने पहले ही साफ कर दिया था कि वो बीएफआई के दिशानिर्देशों का पालन करेंगी और अगर उन्हें कहा गया तो वो ट्रायल्स मुकाबला भी खेलेंगी।